तारापुर (मुंगेर) . रविवार की रात करीब 9 बजे तारापुर हाट में भीषण आग लग गयी. इस अगलगी में सब्जी मंडी और अनाज, मसाला बाजार समेत श्रृंगार की 70 से अधिक दुकानें राख हो गयी. इस हादये में लाखों के नुकसान का अनुमान है.
होली की पूर्व संध्या पर हुई इस अग्निकांड ने होली के उल्लास को उदासी में बदल दिया. 1989 के मई माह में भी यहां इसी प्रकार की घटना घटी थी. लोगों को वह भीषण अग्नि कांड याद आ गया. उस वक्त भी सैकड़ों दुकानों को आग ने राख मे बदल दिया था. करोड़ों में क्षति हुई थी. जान माल का भी नुकसान हुआ था. 33 वर्ष के बाद फिर एक बार उसकी पुनरावृत्ति हुई है. दुकानदारों का दावा है कि इस भीषण अग्निकांड में लगभग एक करोड़ से ऊपर नुकसान हुआ है.
जानकारी के अनुसार आग लगने की घटना की जानकारी मिलते ही तत्काल ही घटना स्थल पर दमकल की गाड़ियां पहुंची. दमकल के मौके पर पहुंचते ही दमकल कर्मचारियों ने आग बुझाने का प्रयास शुरू किया, लेकिन आग इतनी भीषण थी कि एक दमकल की गाड़ी से उसपर काबू पाना असंभव लग रहा था. इसके बाद तारापुर के एसडीओ रंजीत कुमार ने हरपुर, असरगंज, संग्रामपुर, खड़गपुर, बरियारपुर से दमकल वाहनों की मांग की. तत्पश्चात मौके पर पहुंची 4 बड़ी और 5 छोटी गाड़ियों की मदद से आग पर काबू पाया जा सका. भारी मशक्कत के बाद देर रात करीब दो बजे आग पर काबू पाया गया.
इस हादसे में एक ओर जहां स्थानीय लोगों ने अपनी जान दांव पर लगा कर आग बुझाने और सामानों को बचाने में कारोबारियों की मदद की, वहीं कई लोगों ने मौके का फायदा उठाते हुए दुकानों की जमकर लूटपाट की. दुकानदार अपनी आंखों के सामने अपनी दुकानों को जलते और लुटते देखते रहे.
दमकलकर्मियों का कहना है कि दुकानों में मोमबत्ती की लौ से आग लगी होगी. मौके पर तारापुर एसडीओ रंजीत कुमार, डीसीएलआर आदित्य कुमार झा, एएसडीएम वसीम अकरम, एसडीपीओ पंकज कुमार, बीडीओ श्याम कुमार, सीओ वंदना कुमारी, पुलिस इंस्पेक्टर पूनम कुमारी, थानाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार डटे रहे.
Posted by Ashish Jha