Jharkhand News, Koderma News, कोडरमा : एकीकृत बिहार के समय से कोडरमा की पहचान अभ्रक को लेकर पूरे देश में थी. मगर समय के साथ यह पहचान खत्म हो गयी, लेकिन फिर से कोडरमा के पुराने दिन वापस लौटेंगे. यह राज्य के कृषि मंत्री का वायदा है. वर्तमान सरकार इस पर पूरी गंभीरता से कार्य कर रही है. यह बातें कोडरमा जिला मुख्यालय स्थित बागीटांड़ स्टेडियम में बुधवार को मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के तहत परिसंपत्ति वितरण एवं दुधारू पशु मेला सह गव्य प्रदर्शनी के आयोजन कार्यक्रम में कही. इस दौरान मंत्री ने 387 लाभुक परिवारों के बीच 4 करोड़ 36 लाख 54 हजार की परिसम्पत्तियों का वितरण किया.
झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कोडरमा की पुरानी चमक को वापस लौटाने के लिए उपनिदेशक की अध्यक्षता में एक टीम गठित कर दी है. यह टीम ढिबरा व अभ्रक उद्योग को लेकर पूरी गंभीरता से साथ कार्य कर रही है. जल्द ही इसका सुखद परिणाम देखने को मिलेगा. क्रशर उद्योग के प्रति भी हमारी सरकार गंभीर है, जहां तक होगा सहयोग करेंगे, लेकिन रॉयल्टी देने में गड़बड़ी न हो. हम जानते हैं कि कागजातों की कमी है उस पर हम समय जरूर देंगे, पर इस व्यवसाय से जुड़े लोगों को मनमानी करने नहीं देंगे.
उन्होंने राज्य सरकार के एक वर्ष की उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में बनी सरकार के समय खजाना खाली था. लोग कहते थे कि सरकार कैसे चलेगी, मगर हेमंत सोरेन ने पूरी दृढ़ता के साथ अपना एक साल का कार्यकाल पूरा किया, बल्कि इस छोटे से अवधि में समाज के अंतिम पायदान में खड़े लोगों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने का कार्य किया. वैश्विक महामारी कोरोना को भी हमने मात देने का काम किया.
पूर्ववर्ती सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के नाम पर राज्य के किसानों से तीन सालों तक बीमा के नाम पर 493 करोड़ लिया, लेकिन मात्र 79 करोड़ की राशि ही किसानों के खाते में आई. मुख्यमंत्री आशीर्वाद योजना का भी खस्ताहाल रहा. योग्य लोगों को इसका समुचित लाभ नहीं मिल पाया. गठबंधन की सरकार बनते ही हमने ऋण माफी योजना से 9 लाख 7 हजार किसानों का 50 हजार तक का ऋण को माफ किया. उन्होंने कहा कि राज्य में चार लाख 24 हजार बिरसा किसान बनाये जायेंगे, जो झारखंड के तकदीर और तस्वीर बदलने में मिल का पत्थर साबित होगा.
कृषि मंत्री ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि वे वर्षों से ध्वजाधारी धाम का नाम सुनते थे. आज दर्शन का सौभाग्य मिला. ध्वजाधारी धाम को राज्यस्तरीय दर्जा दिलवाने का प्रयास किया जाएगा. साथ ही जल्द ही इस धाम का सौंदर्यीकरण कार्य शुरू किया जायेगा. इसके अलावा उन्होंने कहा कि 150 करोड़ की लागत से झुमरीतिलैया शहर में पेयजलापूर्ति की योजना शुरू होगी, जिससे यहां की शत-प्रतिशत आबादी को पेयजलापूर्ति हो सकेगी. जिले में इनडोर स्टेडियम, बागीटांड़ स्टेडियम का सौंदर्यीकरण, ओपन जिम बनाया जाएगा, ताकि यहां के लोगों को हर तरह की सुविधा मिल सके. कार्यक्रम को कोडरमा विधायक डॉ नीरा यादव, डीसी रमेश घोलप आदि ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम के उपरांत मंत्री ने गव्य प्रदर्शनी में लगाये गये स्टालों का निरीक्षण भी किया.
कृषि मंत्री बुधवार की सुबह अपने कार्यकर्ताओं के साथ मॉर्निंग वॉक में निकले. इस दौरान कोडरमा बाजार और सब्जी मंडी में मौजूद लोगों से उनकी समस्याओं को सुना और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. स्थानीय लोगों ने कहा कि यहां सब्जी मंडी काफी छोटा है. बावजूद फल सब्जियों के बीच मछली, मुर्गे और अंडे की दुकानें संचालित है, जिससे आमजनों को काफी परेशानी होती है. लोगों ने सब्जी मंडी को अन्यत्र स्थापित करने या फिर मछली, मुर्गा की दुकानें दूसरी जगह शिफ्ट करवाने की मांग की. मंत्री जयनगर रोड पहुंचे और आम नागरिक के समान लोगों के साथ चाय की चुस्कियां लेते हुए जन समस्याओं से रूबरू हुए. बाद में ध्वजाधारी धाम पहुंच कर पूजा-अर्चना की.
इस कार्यक्रम का उद्घाटन कृषि के मंत्री बादल पत्रलेख, डीसी रमेश घोलप, डीएफओ सूरज कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से किया. वहीं, मौके पर डीडीसी आर रॉनिटा, एसी अनिल तिर्की, एसडीओ मनीष कुमार, जिला गव्य पदाधिकारी मुकुल सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी सुरेश तिर्की, डीडीए नाबार्ड हरिदत्त पोद्दार, प्रमुख सत्यनारायण यादव, झामुमो जिलाध्यक्ष श्याम किशोर सिंह, राजद जिलाध्यक्ष रामधन यादव, कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनोज सहाय पिंकू, ईश्वर आनंद, शकील अंसारी, निर्मल ओझा आदि मौजूद थे.
Posted By : Samir Ranjan.