पटना. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अलोकतांत्रिक और तानाशाह करार दिया है. कहा है कि उन्होंने पुलिस के सहयोग से एक लोकतांत्रिक आंदोलन को दबाने के लिए दमनकारी कदम उठाये हैं. उन्होंने पुलिस की कार्यवाही को निरंकुश बताया है.
राजद नेता तेजस्वी यादव के ट्वीट के जरिये विधानसभा मार्च और उसके बाद विधानसभा परिसर में गतिविधियों के दौरान अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर कई ट्वीट किये, जो इस प्रकार हैं.
अपराह्न 2.55 बजे: लोहिया जयंती के दिन सड़क पर हमारे साथ नौकरी मांग रहे बेरोजगारों पर लाठीचार्ज और पत्थरबाजी करवायी है. उसी दिन सदन में काला पुलिसया कानून लेकर आते हैं. हम इनकी गुंडागर्दी नहीं चलने देंगे. चलाओ गोली मर्द हो तो…
अपराह्न 4.2 बजे- ट्वीट कर कहा कि क्या बेरोजगारी पर सवाल करना गुनाह है? क्या युवाओं के हक की बात करना गैर कानूनी है? हम जनहित के मुद्दे पर सड़क पर प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन नीतीश सरकार का कोई वरिष्ठ अधिकारी बातचीत को आगे नहीं आया. उल्टा पुलिस से पत्थरबाजी, लाठीचार्ज करवायी गयी. यह तानाशाही नहीं तो और क्या है?
सदन के अंदर विधायकों पर और बाहर सड़क पर बेरोजगार युवाओं पर डंडे मारे गये.
भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष सरोज रंजन पटेल ने कहा है कि राजद ने विधानसभा मार्च के नाम पर राजधानी में न सिर्फ जमकर गुंडागर्दी की है. बल्कि जगह-जगह तोड़-फोड़ कर अव्यवस्था फैलाने की कोशिश की है.
जिला प्रशासन की अनुमति नहीं मिलने के बावजूद युवा राजद के नेताओं ने मार्च निकाल कानून को ताख पर रखने का काम किया है. इसकी जितनी निंदा की जाये, वह कम है. विधानसभा घेराव के दौरान पुलिस के रोकने और समझाने के बाद भी नेताओं ने पुलिस पर हमला किया. राजद नेताओं ने इस तरह की हरकत नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के इशारे पर की है.
Posted by: Radheshyam Kushwaha