विधान परिषद सदस्य सुनील कुमार सिंह के ध्यानाकर्षण पर पशु व मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी के जवाब के दौरान कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि पशु विज्ञान विवि के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाये गये हैं. इसकी पूरी जांच कर 23 मार्च को सदन में जवाब दें. वहीं, जब सदस्यों ने आरोप लगाया कि अधिकारी देर रात में महिलाओं से फोन करते हैं. इस पर सभापति ने कहा कि अगर ऐसा है, तो एफआइआर दर्ज कराना चाहिए.
वहीं, मंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति पर लगे आरोपों की जांच की पूरी संचिका एक सप्ताह के भीतर राजभवन भेज दी जायेगी. इसके बाद राज्यपाल जिससे जांच कराना चाहेंगे वे जांच करायेंगे.
मंत्री ने कहा कि कुलपति पर जांच के लिए जिम्मेदारी दी गयी थी, लेकिन जांच के अधिकार को लेकर मामला अटक गया. बाद में मुख्य सचिव ने विभाग से विकल्प मांगा तो भेजा गया कि जांच निगरानी या कुलाधिपति सह राज्यपाल से करायी जा सकती है. लेकिन, विधि विभाग ने राज्यपाल से जांच करने को ही उचित माना. इस कारण से अब संचिका एक सप्ताह में भेज कर उनसे जांच का आग्रह किया जायेगा.
कुलपति पर वित्तीय नियमों का पालन नहीं करते हुए 14 करोड़ रुपये का अंडरग्राउंड केबल का काम और 86 लाख रुपये का एनाटोमी विभाग में एक मशीन खरीदने का आरोप लगाया गया है. बाद में उन्होंने इस मामले में अपने वित्त नियंत्रक को बर्खास्त कर दिया.
शिक्षा के सुधारों के लिए कभी आंदोलन करने वाले जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष एवं एमएलसी उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि शिक्षा में सुधार कराने के लिए मुझे अब अच्छा मौका मिला है. मैं शिक्षा मंत्री से इस संबंध में अपना अनुभव साझा करूंगा.
विधान परिषद के बाहर परिसर में एक सवाल के जवाब में कहा कि जीतनराम मांझी से बातचीत की जायेगी. हमारा गठबंधन पूरी तरह मजबूत है. कुशवाहा ने कहा कि मुझे चारों सदन का अनुभव है. इस अनुभव के आधार पर प्रदेश को मजबूत बनाने की दिशा में काम करूंगा. कहा कि जदयू को प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी बनाने की दिशा में मुझे अहम काम करना है.
Posted By: Utpal Kant