बिहार पुलिस यूं ही बदनाम नहीं है. उसे अपनी वर्दी और दिये गए अधिकार का जहां उपयोग करना चाहिए, करती नहीं है. कमजोर, असहायों पर वह जोर आजमाइश करती रहती है. अब इसे कुत्ते से प्रेम कहें या खाकी वर्दी का रौब. सरसा के सदर थाना क्षेत्र के न्यू कॉलोनी में मंगलवार की सुबह एक पुलिस वाला सड़क के बीचोबीच अपने पालतू कुत्ते को टहला रहा था. सामने से आ रहे ऑटो से उस कुत्ते को धक्का लग गया. चालक ने ऑटो रोक दिया और कुत्ता बचकर किनारे भाग गया.
इस दौरान वह पुलिसकर्मी भद्दी-भद्दी गालियां देता ऑटो के करीब आया और ऑटो ड्राइवर को कॉलर पकड़ घसीटता हुआ बाहर निकाला. ऑटो की चाबी व कागजात छीन लिया. लात-घूंसे से जमकर पीटने के बाद भी मन नहीं भरा तो उसने उस अकेले चालक की बेंत से पिटायी शुरू कर दी. हालांकि तब तक सड़क पर काफी लोग जमा हो गये और सब उस पुलिस वाले से चालक को माफ कर देने की गुहार लगाते रहे. लेकिन वह बेरहम पुलिस चालक को उसके बेहोश होने तक पीटता रहा और पीटता ही रहा. वर्दी की खनक इतनी कि बेहोश चालक को यूं ही छोड़ वह अपने कुत्ते को पुचकारते लिए वहां से चल दिया.
लोगों ने उस बेहोश ऑटो चालक को सदर अस्पताल में भर्ती कराया. होश में आने के बाद उसने बताया कि उसका नाम बंटी कुमार है और वह सुपौल का रहने वाला है. उसने बताया कि वह सुपौल के ही एक व्यापारी के साथ सब्जी लेने आया था. न्यू कॉलोनी मुख्य सड़क पर कुत्ते को चोट लग गई. इसी बात पर पुलिस ने उसे बेरहमी से जमकर पीटा.
मामले की सूचना सदर थाना को मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच तहकीकात शुरू की. इधर आक्रोशित लोगों ने सिपाही हर्षवर्द्धन सिंह के आवास पर पहुंच जमकर हंगामा किया और बेरहम पुलिस के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की.
Posted By: Thakur Shaktilochan