बिहार में पंचायत चुनाव की तैयारी तेज हो गयी है. मतदानकर्मियों की अधिक आवश्यकता महसूस होने पर इस बार बिहार के शिक्षकों को भी ड्यूटी देनी होगी. राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव ने सूबे के सभी प्रमंडल आयुक्त व सभी जिलों के जिलाधिकारी को यह निर्देश दिया है. जिसमें यह जिक्र किया गया है कि अपरिहार्य परिस्थितियों में इनकी तैनाती चुनाव के दौरान की जा सकती है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव योगेंद्र राम ने सी प्रमंडलीय आयुक्त व सभी जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी को यह निर्देश दिया है कि पंचायत चुनाव में अगर जरुरत महसूस हो तो शैक्षणिक संस्थानों में अध्यापन कार्य में लगे शिक्षकों को भी तैनात किया जा सकता है.
इसके अतिरिक्त स्थानीय प्राधिकारों के कर्मियों को भी इस सेवा के लिए तैनात किया जा सकता है. यानी पंचायतों, नगरपालिकाओं के कर्मी, विद्यालय, महाविद्यालय व विश्वविद्यालय के शिक्षक व अन्य कर्मचारियों या लोक उपक्रम के कर्मियों को चुनाव कार्य में तैनात किया जा सकता है.
आयोग के अनुसार, पूर्व में संपन्न हुए विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान जिन संस्थाओं के कर्मियों को तैनात किया गया था उन्हें आगामी पंचायत चुनाव में भी अपना सेवा देना पड़ सकता है. वहीं कर्मियों की तैनाती के लिए रैंडम तकनीक को चयन का आधार बनाया जायेगा. जिससे पक्षपात की संभावना नहीं रहती है.
Posted By: Thakur Shaktilochan