बिहार में कोरोना(Bihar Corona) के मामले धीरे-धीरे फिर बढ़ने लगे हैं. लंबे समय के बाद सूबे में थमा संक्रमण का संकट अब फिर गहराने का संकेत देने लगा है. बिहार में वर्तमान हालात ये हैं कि अब प्रतिदिन औसतन 41 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं. पिछले 5 दिनों में ही 200 से अधिक मरीजों की पहचान हो चुकी है. हालांकि बिहार में कोरोना के मामले अभी नियंत्रण में ही हैं लेकिन लापरवाही के कारण ये संकट और अधिक गहरा सकता है.
राज्य सरकार कोरोना संक्रमण के फैलाव को लेकर सतर्क हो गयी है. होली में अपने घर वापस लौटने वालों पर भी खासा नजर रखा जा रहा है. पटना के बस स्टैंड से लेकर रेलवे स्टेशन तक पर रैंडम जांच की जा रही है. बता दें कि रविवार तक सूबे में कोरोना के 337 सक्रिय मामले थे. चूंकि कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमण का मामला बढ़ा है इसलिए बिहार अलर्ट मोड पर है.
राजधानी पटना में भी कोरोना के मामले पहले की तुलना में बढ़ने लगे हैं. पहले एक दिन में जहां 6 से 9 मरीज पाये जा रहे थे वहीं अब इसकी संख्या 20 से 30 जा रही है. वहीं सक्रिय मामले में भी बढ़ोतरी हुई है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, संक्रमितों में अधिकतर लोग वो हैं जो यात्रा करते हैं और बाहर से आ रहे हैं. भीड़-भाड़ से भी आने वाले लोगों में ये मामले पाये जा रहे हैं. वहीं राजधानी में कोरेंटिन सेंटर को फिर से खोलने पर विचार किये जाने की बात चल रही है.
कोरोना के दूसरे लहर से सतर्क रहने की जरुरत है. भागलपुर जिले में एक बार फिर कोरोना विस्फोट हुआ है. 19 लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गये हैं. सोमवार को एंटीजन रैपिड कोरोना जांच में एक साथ एक ही परिवार के 11 लोग संक्रमित मिले. वहीं भागलपुर शहरी क्षेत्र के आठ लोग कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. अब इन लोगों के संपर्क में आये सभी लोगों की भी जांच करायी जायेगी ताकि कोरोना चेन का पता चल सके.
बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ से एक व्यक्ति भागलपुर पहुंचा और रविवार को श्राद्ध कर्म में शामिल हुआ. इस दौरान जांच में वह पॉजिटिव पाया गया. इसके बाद परिवार के सभी लोगों की जांच की गयी, तो 11 लोग संक्रमित पाये गये. इसमें एक तीन साल का बच्चा व तीन बैंककर्मी भी शामिल हैं. सभी होम आइसोलेशन में हैं.
Posted By: Thakur Shaktilochan