कुमार दीपू, मुजफ्फरपुर. जिले में कोरोना जांच के लिए लगी ट्रू नेट मशीन अब टीबी मरीजों की पहचान करेगी. इसके लिए कार्यपालक निर्देशक मनोज कुमार ने अनुमति दे दी है.
ट्रू नेट मशीन से जांच होने पर मरीजों को दो घंटे में टीबी की पुष्टि हो जायेगी. इसे जिले के हर सीएचसी व पीएचसी में लगायी जायेगी. जिला यक्ष्मा अधिकारी डॉ एके सिन्हा ने कहा कि अभी जिले में दो ट्रू नेट मशीन हैं. इनमें एक का इस्तेमाल किया जायेगा. इसके बाद सीएचसी व पीएचसी में ट्रू नेट मशीन लग जाने से स्थानीय स्तर पर ही टीबी मरीजों की पहचान होगी.
स्वदेशी तकनीक से बनी इस मशीन से किये गये टेस्ट की रिपोर्ट सीबीनेट मशीन की तुलना में गुणवत्तापूर्ण है. इस लिये इसकी टेस्टिंग करने के बाद सभी जगह मशीन लगाने की कवायद शुरू कर दी गयी है.
डॉ एके सिन्हा ने कहा कि सीबीनेट मशीन की लागत लगभग 27 लाख रुपये हैं. यह विदेश से मंगानी पड़ती है. ये मशीन महंगी होने के कारण एक जिले में एक ही लग पाती है. वहीं इसके मुकाबले ट्रू नेट मशीन स्वदेशी है. इसकी लागत मात्र दो लाख रुपये आ रही है.
Posted by Ashish Jha