अनुपम कुमार, पटना: बीएसआरटीसी अगले तीन-चार महीने में 50 नयी सीएनजी बसें खरीदेगा, जबकि 20 डीजल बसों के इंजन को सीएनजी किट में बदला जायेगा. मामले में वन और पर्यावरण विभाग, परिवहन विभाग और बीएसआरटीसी के बीच सहमति बन चुकी है और 16 मार्च को होने वाली बैठक में इस पर औपचारिक निर्णय ले लिया जायेगा.
शुरुआती बैठक में परिवहन विभाग इलेक्ट्रिक बसों की खरीद का पक्षधर था लेकिन इलेक्ट्रिक बसों के ऊंचे मूल्य, हाइ ऑपरेटिंग व मेंटेनेंस कॉस्ट और अधिक किराये की वजह से पैसेंजर कम मिलने की समस्या को देखते हुए परिवहन विभाग और बीएसआरटीसी ने फिलहाल सीएनजी को ही पटना के लोगों के अधिक अनुकूल माना है और शहर के पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए इलेक्ट्रिक बसों की बजाय अभी इसे ही अपनाने का निर्णय लिया है.
शहर के पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के लिए वन और पर्यावरण विभाग द्वारा मिलने वाले 30 करोड़ रुपये से बीएसआरटीसी अब इलेक्ट्रिक बसें नहीं खरीद कर बल्कि सीएनजी बसें ही खरीदेगा. इलेक्ट्रिक बसों की तरह ही ये बसें भी एसी होंगी, हालांकि इनकी कीमत एसी बसों की तुलना में काफी कम होगी.
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छह-सात महीने पहले भी एक टेंडर जेम पोर्टल पर जारी किया गया था और निविदा फाइनल कर सप्लाइ ऑर्डर जारी किया गया था. पहले किये गये अनुबंध से मिलने वाली ये सीएनजी बसें, अगले महीने के अंतिम सप्ताह से मिलनी शुरू हो जायेंगी और मई के पहले सप्ताह में इनका परिचालन शुरू हो जायेगा. हालांकि नये निर्णय के अनुरूप खरीदी जाने वाली बसों की डिलिवरी जून से पहले नहीं हो सकेगी और जुलाई में ही इनका परिचालन शुरू होगा.
वर्तमान में बीएसआरटीसी की नगर सेवा में 120 बसें दौड़ रही हैं, लेकिन इनमें सीएनजी बसों की संख्या केवल 20 है. ये बसें पिछले दिनों निगम के डीजल बसों में किट लगा कर सीएनजी में बदली गयी हैं. लेकिन अप्रैल में पहले बुक की गयीं 50 और जून-जुलाई में वर्तमान सहमति के तहत बुक होने वाली 50 नयी सीएनजी बसों की आपूर्ति और 20 पुरानी डीजल बसों के कन्वर्जन के बाद इनकी संख्या बढ़ कर 140 हो जायेगी, जिनमें 100 नयी और 40 किट लगा कर बनाये गयी सीएनजी बसें शामिल होंगी.
120 हैं बीएसआरटीसी की बसें, जिनमें 20 सीएनजी चालित
100 नयी सीएनजी बसें और आयेंगी
20 पुरानी बसों में लगेगी सीएनजी किट
140 बसें हो जायेंगी सीएनजी चालित
Posted By: Thakur Shaktilochan