Jharkhand News, Gumla News, गुमला न्यूज (जगरनाथ) : गुमला जिला अंतर्गत बसिया प्रखंड के कानारोवा जंगल (अधिसूचित वनक्षेत्र) के किनारे के हिस्से में वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, गुमला द्वारा पौधारोपण कराने की योजना है. विभाग द्वारा जंगल के किनारे 1.25 एकड़ भूमि पर पौधारोपण कराया जायेगा. जिसमें काष्ठ और फलदार प्रजाति के लगभग 83 हजार पौधे लगाये जायेंगे.
बसिया प्रखंड के कानारोवा जंगल के किनारे पौधारोपण करने से ना केवल जंगल क्षेत्र का विस्तार होगा, बल्कि जंगल से सटे गांवों में निवास करने वाले ग्रामीणों से उक्त क्षेत्र अतिक्रमण मुक्त भी रहेगा. बता दें कि जिले के कई जंगलों (अधिसूचित वनक्षेत्र) का किनारा हिस्सा खाली और बेकार पड़ा हुआ है. इसे उपयोगी बनाने के लिए इसपर पौधरोपण करने की योजना है.
बताया गया है कि जंगलों के किनारे खाली पड़ जमीन पर जंगल से सटे गांवों के लोग अतिक्रमण करते रहे हैं. वहां कोई खेती- बारी करता है, तो कोई कुआं बना लेता है. कई हिस्से ऐसे भी हैं जहां लोग घर तक बना लेते हैं. जिससे जंगल की जमीन का अतिक्रमण तो होता ही है, साथ ही साथ खेती- बारी के बाद फसल काटने के दौरान या घर बनाकर रहने वाले लोगों पर जंगली जानवर हमला भी करते हैं. जिससे लोगों को जानमाल का भी नुकसान होता रहा है.
इस समस्या के निदान के लिए सरकार द्वारा जंगल के किनारे के हिस्सों में वृक्षारोपण एवं भू- संरक्षण योजना बनायी है. इसी योजना के तहत कानारोवा जंगल के किनारे वन विभाग द्वारा पौधारोपण कराया जायेगा. हालांकि, वन विभाग द्वारा बरसात के मौसम के दौरान जुलाई माह में पौधारोपण कराया जायेगा. लेकिन, विभाग ने पौधारोपण कराने के लिए अभी से ही काम शुरू कर दिया है. इसके तहत विभाग द्वारा जंगल के किनारे जहां पौधारोपण कराया जाना है. वहां गड्ढा खोदने का काम शुरू कर दिया गया है.
इस संबंध में गुमला डीएफओ श्रीकांत ने कहा कि वृक्षारोपण एवं भू-संरक्षण योजना के तहत कानारोवा जंगल के किनारे पौधरोपण कराने की योजना है. योजना के तहत काष्ठ और फलदार प्रजाति के 83 हजार पौधे लगाये जायेंगे. जिससे वनक्षेत्र का विस्तार होगा. साथ ही उक्त क्षेत्र अतिक्रमण से भी मुक्त रहेगा. बाद में जब फलदार पौधे बड़े होकर पेड़ बनेंगे और उसमें फल लगने लगेगा, तो स्थानीय लोग उससे लाभांवित होंगे
Posted By : Samir Ranjan.