Bihar News: बिहार में एक डॉक्टर को मरणोपरांत प्रमोशन देकर ट्रांसफर (Doctor Transfer in Bihar) किया गया. मामला जब सामने आया तो हल्ला मच गया. बिहार के स्वास्थ विभाग के इस अजीबोगरीब मामले पर मंगलवार को सदन से लेकर सोशल मीडिया तक बवाल मच गया. खुद स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Health Minister Mangal Pandey) को इस मामले में सफाई देने पड़ी.
विधान परिषद की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में यह मामला उठा और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने इस पूरे मामले पर सफाई दी है. कहा कि तबादले की प्रक्रिया विभाग में बहुत लंबी होती है. लेकिन इसके बावजूद इस मामले की जानकारी होते ही ट्रांसफर की प्रक्रिया में शामिल जिम्मेदार अधिकारी को सौंपा नोटिस जारी किया गया है और उनके जवाब का इंतजार किया जा रहा है. मंत्री के अलावा स्वास्थ्य विभाग ने भी सफाई दी है.
प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि जिस वक्त पोस्टिंग के लिए इंटरव्यू हुआ था, उस वक्त वे स्वस्थ थे और उनके निधन की खबर नहीं मिली थी. ऐसे में तकनीकी कारणों से उनका ट्रांसफर-पोस्टिंग हो गया. मामले की जानकारी के बाद वरिष्ठ डॉक्टर को सिविल सर्जन का प्रभार दे दिया गया है. गौरतलब है कि सोमवार को स्वास्थ्य विभाग ने 12 डॉक्टरों के ट्रांसफर का नोटिस जारी किया था. इस सूची में छठे नंबर पर जो नाम था, उसने बिहार के स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पर मुहर लगा दी.
सूची में शामिल डॉक्टरों में से एक डॉक्टर रामनारायण राम की मौत सात फरवरी को हो चुकी है. लेकिन विभाग ने उनका तबादला करने के साथ ही उन्हें प्रमोशन भी दे दिया. डॉ. रामनारायण राम को शेखपुरा के सिविल सर्जन के पद पर भेजा गया है. जिसे लेकर विपक्षी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिए हैं.
राजद विधायक विजय सम्राट ने मामले को सदन में उठाया है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ विभाग की व्यवस्था लचर है और अधिकारी लापरवाह हैं. वहीं राजद विधायक भाई बिरेंद्र ने कहा कि इससे बड़ा मजाक कुछ नहीं हो सकता है. मृतक का भी तबादला होता है. सरकार पूरी तरह फेल है और राज्य में भ्रष्टाचार का बोलबाला है. बिहार में मृत डॉक्टर की ट्रांसफर-पोस्टिंग पर सियासी बवाल तथा Breaking News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.
Posted By: Utpal Kant