Jharkhand News, Ranchi mob lynching news रांची : पिकअप वैन चोरी के आरोप में 22 वर्षीय एक युवक की बर्बर तरीके से हुई पिटायी से मौत हो जाने का पता चला है. मृत युवक सचिन वर्मा उर्फ गोलू (22 वर्ष) कोतवाली थाना क्षेत्र के सिविल कोर्ट के पास नीलरतन स्ट्रीट, नउआ टोली (भुतहा तालाब, जयपाल सिंह स्टेडियम के समीप) निवासी प्रभु राम का पुत्र है.
मामले में दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. घटना के संबंध में बताया जाता है कि नीलरतन स्ट्रीट के समीप रहनेवाले मोटिया मजदूरों ने पिकअप वैन चोरी के आरोप में सचिन को पकड़ा. फिर 30-40 मोटिया मजदूरों ने रविवार रात एक बजे से उसकी पिटायी शुरू कर दी. उसे कुएं के खंभे में बांध कर रखा गया. सोमवार सुबह छह बजे तक लाठी-डंडा, पटरा व पेचकश से मारा और शरीर पर सिगरेट से दागा भी गया.
दूसरे दिन सुबह इसकी जानकारी पीसीआर को दी गयी. पीसीआर सचिन को कोतवाली थाना ले लायी. जानकारी मिलने पर सचिन की मां अनु देवी थाना पहुंची और सचिन को पानी पिलाना चाहा. मां ने आरोप लगाया कि सचिन को हाजत में भी पीटा गया. पुलिसकर्मियों ने पानी पिलाने तक नहीं दिया.
वहीं, कुछ देर बाद सचिन की मौत की जानकारी मिलने पर परिजन व काफी संख्या में मुहल्ले के महिला-पुरुष थाना पहुंच गये और दोपहर 12: 30 बजे तक हंगामा किया. परिजनों ने आरोप लगाया कि जब सचिन को थाना लाया गया था, तब वह जिंदा था. पुलिसवालों की पिटाई से उसकी मौत हुई है. पोस्टमार्टम में भी पिटायी से सचिन के मौत होने की बात सामने आ रही है.
इधर, दिन के 12: 45 बजे एक एंबुलेंस थाना भेजा गया, जहां से सचिन का शव पोस्टमार्टम के लिए रिम्स ले जाया गया. रिम्स में मजिस्ट्रेट के समक्ष सचिन के मामा विनोद राम के फर्द बयान के बाद मेडिकल बोर्ड ने पोस्टमार्टम किया. घटना के संबंध में कोतवाली थाना में सचिन उर्फ गोलू की मां के बयान पर चार नामजद अलखदेव राय उर्फ आलोक, पिकअप वैन के मालिक मनोज साव, इंद्रजीत कुमार व सतेंद्र राय तथा 30-40 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
कोतवाली थाना प्रभारी ने कहा कि हमने सचिन को इलाज के लिए तुंरत सदर अस्पताल भेज दिया था. वहां इलाज के क्रम में मौत हुई. थाना में उसके साथ मारपीट नहीं की गयी थी. हमने तो परिजनों को समझाया और त्वरित कार्रवाई करते हुए अलखदेव राय व मनोज साव को गिरफ्तार कर लिया.
सोमवार को ही सचिन का जन्मदिन भी था. शव से लिपट कर मां अनु देवी एक ही रट लगाये जा रही थी कि आठ मार्च को बेटे का जन्मदिन था़ रविवार की रात मैंने उससे कहा था कि सुबह मंदिर जाकर पूजा कर लेना़, उसके बाद ही कुछ खाना, ताकि उम्र लंबी हो. लेकिन हमें क्या पता था कि जन्म दिन ही उसके जीवन का अंतिम दिन हाे जायेगा. मां ने कहा कि गोलू घर का इकलौता कमानेवाला सदस्य था़
Posted By : Sameer Oraon