Nitish kumar News, Tejashwi Yadav News: बिहार विधानमंडल के बजट सत्र का 12वां दिन(सोमवार) मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM NItish kumar) के गुस्से के कारण सुर्खियों में आ गया. सदन में नियमों के उल्लंघन पर नाराज सीएम (Nitish kumar Angry) ने राजद एमएलसी (RJD MLC) को खरी-खरी सुना दी. सीएम नीतीश के इस गुस्से को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi yadav) ने निशाने पर ले लिया. उन्होंने एक वीडियो शेयर कर पूछा कि यह राजनीतिक दुर्बलता है या उम्र का असर?
तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया- यह राजनीतिक दुर्बलता है या उम्र का असर? मैंने पहले ही कहा था वो थक-हार चुके हैं. मुख्यमंत्री जी सदन में खुलेआम गुस्से में विपक्षी सदस्यों को देख लेने, जांच-कारवाई करने तथा फंसाने-बचाने की धमकी और चेतावनी देते हैं. क्या BJP का दबाव वो विपक्षी सदस्यों को हड़काने में हल्का करते हैं?
राजद के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया- इतना क्यों खीझे रहते हैं नीतीश कुमार जी? बात बात पर तुनुकमिजाज़ी! बात बात पर पारा आसमान पर! जनता ने नकार दिया तो चुनाव आयोग के घालमेल से किसी तरह फिर से कुर्सी से चिपक गए! और अब विधानसभा और विधानपरिषद को अपने हिसाब से चलाना चाहते हैं! बार बार यह रवैया आपत्तिजनक है!
बिहार विधान परिषद में मो फारूक ने शिवहर जिले की एक सड़क की जर्जर स्थिति और उसकी मरम्मत का मुद्दा उठाया था. ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री जयंत राज ने जवाब दिया. सरकार के उत्तर से असंतुष्ट फारूक ने पूरक प्रश्न किया. उनके पूरक पर मंत्री का जवाब आता, इससे पहले पहले ही राजद एमएलसी सुबोध कुमार आसन की अनुमति के बिना ही खड़े होकर दूसरा पूरक पूछने लगे.
मुख्यमंत्री को यह नागवार लगा. वह खड़े होकर सुबोध कुमार को बोले- जब एक सदस्य प्रश्न करता है, तो उसका उत्तर होता है, तब दूसरे सदस्य प्रश्न करेंगे. पहले उनका उत्तर सुनिए. तब फिर अनुमति लेकर प्रश्न करिए. इस पर सुबोध कुमार ने कहा कि मंत्रीगण पूरक पर एक बार ही जवाब देते हैं. सीएम ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है. आप नियम जानिए.
इस पर सुबोध कुमार ने कह दिया कि हम तो नियम जान ही रहे हैं. उनकी इस बात से सीएम और भी नाराज हो गये. वह बोले- अब आप बैठ जाइये. नियम जानिए. इसके बाद भी सुबोध कुमार ने बोलना जारी रखा. सीएम ने कड़क आवाज में कहा कि अरे भाई हम बोल रहे हैं, बीच में बोलियेगा क्या, यह भी कोई तरीका है. फिर उन्होंने सवाल पूछने का तरीका समझाया.
Posted By: Utpal kant