पटना . इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) में भर्ती मरीजों के परिजनों को अब दवा के लिए दुकानों का चक्कर नहीं लगाना होगा. आइजीआइएमएस प्रशासन मरीजों को 60 से 70% सस्ती जेनेरिक दवा उनके बेड तक पहुंचायेगा.
संस्थान प्रशासन इसके लिए अब पैकेज सिस्टम लागू करने जा रहा है. दरअसल, आइजीआइएमएस में रविवार को जन औषधि दिवस पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में भाग लेने वाले डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जन औषधि केंद्रों के उद्घाटन व भाषण को सुना. साथ ही जन औषधि दवाओं की गुणवत्ता के बारे में बताया गया.
इसके बाद संस्थान प्रशासन ने एक कदम आगे बढ़ते हुए गंभीर मरीजों को सस्ते दामों में बेड तक दवाएं मुहैया कराने की सुविधा प्रदान करने का निर्णय लिया.
सस्ती दवाओं के लिए पैकेज सिस्टम लागू करने का निर्णय लिया गया है. इसमें सभी नर्स व डॉक्टरों को जोड़ा गया है. वार्ड में भर्ती मरीजों को दवा लिखने के बाद पर्ची सीधे संस्थान परिसर में खुली प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र दवा दुकान पर ऑनलाइन संबंधित वार्ड के नर्स द्वारा भेज दी जायेगी.
इसके बाद दुकान का कर्मी दवा लेकर सीधे मरीज के बेड पर पहुंचायेगा. इसके लिए मरीजों को काउंटर पर एडवांस में कुछ रुपये जमा करने होंगे. वहीं, मरीज के डिस्चार्ज के बाद मरीज के रुपये व दवाओं का मूल्य जोड़ा जायेगा. बचे हुए रुपये को मरीज को बाद में दुकानदार की ओर से लौटा दिया जायेगा.
कार्यक्रम के माध्यम से मरीज व उनके परिजनों को अधिक से अधिक दवाएं जन औषधि केंद्रों पर खरीदने की अपील की गयी है. वहीं, डॉक्टरों को भी अधिक से अधिक दवाएं जेनेरिक लिखने की बात कही गयी.
आइजीआइएमएस के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ मनीष मंडल ने कहा कि कार्यक्रम में जन औषधि केंद्र दवा दुकान पर दवाएं खरीदने व डॉक्टर द्वारा लिखने पर जोर दिया गया है. मरीजों की सुविधा को देखते हुए पैकेज सिस्टम लागू किया जायेगा. इससे अब सीधे बेड पर सस्ती दवाएं पहुंच जायेगी.
Posted by Ashish Jha