Jharkhand News : डकरा (सुनील कुमार) : सीसीएल की रेस्क्यू टीम ने कंपनी में भूमिगत कोयला खदानों की संभावनाओं को बढ़ा दिया है. चूरी में आग लगने के बाद रिकॉर्ड समय में जिस प्रकार उसे चालू किया गया है, उससे पूरी कंपनी में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ है. यह माहौल तैयार करने के लिए मैं पूरी रेस्क्यू टीम के साथ-साथ एनके प्रबंधन की कार्यकुशलता को नमन करता हूं. सीसीएल सीएमडी पीएम प्रसाद ने ये बातें कहीं. वे शनिवार को रांची जिले के खलारी प्रखंड स्थिति डकरा वीआईपी क्लब में आयोजित कर्मवीर सम्मान समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे.
सीसीएल सीएमडी पीएम प्रसाद ने कहा कि चूरी की घटना से प्रबंधन ने भी कुछ सबक लिया है और उसका बेहतर इस्तेमाल भविष्य में इसकी पुनरावृति नहीं हो उसमें किया जाएगा. डीटीओ वीके श्रीवास्तव ने कहा कि इतनी बड़ी घटना के बाद बगैर किसी कैजुअल्टी के पुनः खदान को चालू करना गर्व की बात है. उस दौरान बीमार रहकर भी अस्पताल से चूरी की रिपोर्ट इसलिए लेता रहा क्योंकि अगर यह खदान बंद हो जाती तो पूरे देश में सीसीएल की बदनामी होती.
सीसीएल सीवीओ सुमित कुमार सिन्हा ने कहा कि यहां की ऊर्जावान टीम को देखकर अच्छा महसूस होता है. रिटायर्ड डीजीएमएस अधिकारी पी रंगनाथन राजन, रेस्क्यू जीएम आरके सिन्हा ने पूरे ऑपरेशन की जानकारी दी. एनके महाप्रबंधक संजय कुमार ने कहा कि घटना के बाद मैं मायूस था, लेकिन मुख्यालय का सहयोग और मेहनती सहकर्मियों का जब साथ मिला, तब चूरी ने इस मुकाम पर पहुंचाने में कामयाबी हासिल की है. इस मौके पर सभी रेस्क्यू टीम के सदस्यों को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम का संचालन कमलेश कुमार सिंह और धन्यवाद ज्ञापन केडी प्रसाद ने किया. इस अवसर पर जीएम पीएंड आईआर उमेश सिंह, केके सिन्हा सहित पूरे सीसीएल के रेस्क्यू टीम, क्षेत्र के सभी पीओ, सभी विभाग प्रमुख, सभी श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधि आदि मौजूद थे.
सीसीएल के सीएमडी पीएम प्रसाद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि चूरी के रैयतों के मामले को वे गंभीरता से देखेंगे और हर संभव उन्हें मदद की जायेगी. उन्होंने कहा कि चूरी में एनके एरिया, जो जमीन का इस्तेमाल नहीं किया है उस जमीन के बदले छह लोगों को नौकरी देने के मामले की बात आज संज्ञान में आया है उसे गंभीरतापूर्वक लिया जायेगा.
Posted By : Guru Swarup Mishra