ओटीटी ( OTT यानी ओवर द टॉप प्लेटफॉर्म ) ने मनोरंजन सीधे आपके मोबाइल तक पहुंचा दिया है. अब सुप्रीम कोर्ट ने यहां मौजूद कंटेंट को लेकर चिंता जाहिर की है. सुप्रीम कोर्ट ने इस प्लेटफॉर्म के कंटेंट पर चिंता जतायी और कहा, कुछ प्लैटफॉ़र्म पोर्नोग्राफी दिखा रहे हैं. यहां दिखायी जाने वाली चीजों की स्क्रीनिंग होनी चाहिए. इस मामले में अगली सुनवाई शुक्रवार को होगी.
कोर्ट ने यह बातें अमेजन प्राइनम की अपर्णा पुरोहित की अग्रिम जमानत याचिका पर यह बातें कही. ध्यान रहे कि अमेजन प्राइम पर आने वाली वेब सीरीज तांडव पर धार्मिक भावनाएं भड़काने का आऱोप लगा था इसी मामले में सुनवाई चल रही थी. इसमें कलाकर और निर्देशकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था .
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट से पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अपर्णा पुरोहित की याचिका को खारिज कर दिया है इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गयी थी जिस पर आज सुनवाई हुई. इसी सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने ओटीटी प्लैटफॉर्म पर मौजूद कंटेंटे को लेकर चिंता जतायी है.
इस मामले में आज लंबी सुनवाई नहीं हुई सिर्फ दो मिनट हुई सुनवाई में जस्टिस अशोक भूषण ने ये बातें कहीं उन्होंने यहां कंटेंट को लेकर स्क्रीनिंग करने की बात कही. फिल्म सिनेमाघर तक पहुंचने से पहले सेंसर बोर्ड से अनुमति लेती है. इस पर अपर्णा पुरोहित की ओस से वकील मुकुल रोहतगी ने कहा, ‘ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के रेगुलेशन हाल ही में आए हैं. मेरी मुवक्किल महज अमेजन की एक कर्मचारी हैं.
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जिन्होंने सीरियल बनाया, मामला उनके खिलाफ बनता है. हमारे खिलाफ 10 मामले दर्ज कर दिए गए.’ इस पर जस्टिस भूषण ने आगे कहा कि आजकल जो चीजें ओटीटी पर दिखाई जा रही है उनमें कभी कभी पोर्नोग्राफी भी होती है. अपर्णा के वकील ने कहा, अब सरकार इस पर रेगुलेशन लेकर आयी है. कई नियम बनें हैं हमें इनसे कोई परेशानी नहीं है. इन नियमों के आने से पहले तांडव बनी है.