Jharkhand Cyber Crime News, Dumka News, दुमका : दुमका जिले की पुलिस ने सरैयाहाट थाना क्षेत्र के बंदरी और घघरी गांव से साइबर अपराध को अंजाम देने के लिए कैंप किये हुए 5 साइबर क्रिमिनल को धर दबोचा है, जबकि 14 अन्य साइबर क्रिमिनल बच निकलने में कामयाब रहे. गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने बिना नंबर वाली स्वीफ्ट डिजायर कार, 5 एंड्रायड मोबाइल फोन, 57 हजार रुपये, फर्जी कागजात पर लिए गये 4 सिम कार्ड और साइबर अपराध में मंगवाये गये पैसे को निकालने के लिए उपयोग किया जानेवाला एक एटीएम कार्ड बरामद किया है.
दुमका के बंदरी और घघरी गांव से गिरफ्तार 5 साइबर क्रिमिनल के देवघर कनेक्शन की जांच पुलिस कर रही है. पुलिस की लगातार दबिश के कारण इन दिनों साइबर क्रिमिनल अपने घरों को छोड़ दूसरे स्थान पर कैंप में रह रहे हैं. इन्हीं कैंप से पुलिस ने 5 साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार किया है, जबकि 14 साइबर क्रिमिनल भागने में कामयाब हुआ.
पत्रकारों से बात करते हुए दुमका एसपी अंबर लकड़ा ने बताया कि गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल में देवघर के कुंडा थाना क्षेत्र के गौरीपुर निवासी आशीष कुमार मंडल पिता अरूण कुमार मंडल व किशन मंडल पिता पारसनाथ मंडल, बिहार के बांका स्थित बौंसी का बगीचा निवासी कुणाल किशोर पिता संजय मंडल, सरैयाहाट के रौंधिया का निवासी सुमन कुमार मंडल पिता भुदेव मंडल और घघरी का रहनेवाले रंजन मंडल पिता लीलमोहन मंडल शामिल है. इस मामले में सरैयाहाट थाना पुलिस ने गिरफ्तार 5 आरोपियों सहित कुल 19 के खिलाफ कांड संख्या 30/2021 में भादवि की धारा 419, 420, 467, 468, 414 एवं 34 के तहत नामजद प्राथमिकी दर्ज की है.
एसपी श्री लकड़ा ने बताया कि सरैयाहाट थाना प्रभारी अनुज यादव को सूचना मिली थी कि बंदरी और घघरी गांव में दो दर्जन से अधिक साइबर अपराधी एक जगह डेरा जमाये हुए हैं. सभी अपने मोबाइल और लैपटॉप से ठगी को अंजाम दे रहे हैं. सूचना के बाद थाना प्रभारी के नेतृत्व में साइबर सेल की टीम ने छापेमारी की, जहां ठगी करते 5 साइबर क्रिमिरल को धर दबोचा गया, जबकि 14 साइबर क्रिमिनल भाग निकले. छापेमारी दल में डीएसपी विजय कुमार, पुलिस निरीक्षक संजय सुमन, एसडीपीओ उमेश सिंह व थाना प्रभारी अनुज यादव मौजूद थे.
मिली जानकारी के मुताबिक, साइबर क्रिमिनल इतने शातिर हो गये हैं कि वे अब लोकेशन बदल- बदल कर ठगी करते हैं, ताकि नेटवर्क की जद में आने से वे बच सके. ऐसे साइबर क्रिमिनल इसलिए बॉर्डर से जुड़े इलाके में अब अपराध को अंजाम देते हैं और तुरंत लोकेशन बदल लेते हैं. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, ये लोग फोन कर लोगों के मोबाइल नंबर पर यह कहकर संपर्क करते थे कि उनका एटीएम कार्ड लॉक हो रहा है. अगर उन्होंने जानकारी नहीं दी, तो एटीएम कार्ड बंद हो जायेगा. फोन पर भोले- भाले लोग पूरी जानकारी साझा कर देते थे. ऐसे में दनादन एमाउंट का ट्रांजेक्शन शुरू हो जाता था. इसके बाद तो खुद खाताधारी ही एटीएम ब्लॉक कराने को मजबूर हो जाते थे.
आरोपियों में से कई साइबर क्रिमिनल शातिर रहे हैं. एक को तो पश्चिम बंगाल की पुलिस ने 18 लाख की ठगी के आरोप में गिरफ्तार किया था. एसपी अंबर लकड़ा ने बताया कि इन दिनों वह जमानत पर बाहर था. जेल से छूटने के बाद वह फिर ठगी के धंधे में फिर से जुट गया था.
सरैयाहाट के थाना प्रभारी अनुज यादव ने जेल भेजे गए पांच आरोपितों के अलावा 14 अन्य पर मामला दर्ज किया है. इनमें बौंसी का हिमांशु मंडल, सरैयाहाट के घघरी गांव के रंजन मंडल, संदीप मंडल व उसका भाई राकेश मंडल, उत्तम मंडल, किशोर मंडल, प्रमोद कुमार मंडल, किशोर मंडल, आमावघार का दीपक मंडल, घघरी का मुकेश मंडल, अशोक मंडल, जितन मंडल, सुमन मंडल, लक्ष्मण मंडल व मणिकांत मंडल शामिल हैं. दुमका में 5 साइबर क्रिमिनल गिरफ्तार होने तथा News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.
Posted By : Samir Ranjan.