Bihar News: पटना हाईकोर्ट के नव निर्मित शताब्दी भवन का शनिवार को उद्घाटन हुआ. शताब्दी भवन का उद्घाटन सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे ने किया. इस उद्घाटन समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, सुप्रीम कोर्ट की जज इंदिरा बनर्जी समेत अन्य लोग मौजूद रहे. 203 करोड़ रुपये की लागत से इस भवना का निर्माण कराया गया है.
पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्ययाधीश संजय करोल ने अतिथियों का स्वागत किया. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के तीनों जजो ने अपने संबोधन में पटना हाईकोर्ट की उपलब्धियां गिनाई. केंद्रीय कांनून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पटना हाईकोर्ट से ही अपनी वकालत की शुरुआत की है. उन्होंने स्वीकार किया कि आज वो जो कुछ भी है वह पटना हाईकोर्ट की देन से है. केंद्रीय मंत्री रवि शंकर ने शताब्दी भवन का निर्माण होने पर खुशी भी जतायी.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि 14 फरवरी 2014 को बसंत पंचमी के अवसर पर मैंने इस भवन का शिलान्यास किया था. मुझे उम्मीद थी कि पटना हाईकोर्ट के शातब्दी वर्ष 2016 तक यह पूरा हो जायेगा, लेकिन यह नहीं हो पाया. उन्होंने कहा कि अगर कोरोना नही होता तो इस भवन का उद्घाटन पिछले साल ही हो जाता.
CM नीतीश ने न्यायपालिका का काम सबसे अहम बतलाते हुए कहा कि कानून का राज स्थापित करने में न्यापालिका की अहम भूमिका है. नीतीश कुमार ने जनता को त्वरित न्याय दिलाने के लिये स्पीडी ट्रायल की जरूरत बतलायी. नीतीश कुमार ने आगे कहा कि स्पीडी ट्रायल होने से अपराध घटेगा.
CM ने कहा कि न्यायापालिका को जिस चीज की जरूर होगा चाहे वह भवन हो या फिर नियुक्ति हम लोग इसे प्राथमिकता देगें. इस अवसर पर सी जे आई बोबड़े ने भी अपने संबोधन में आज के दिन को महत्वपूर्ण बतलाया . साथ ही देश में कानून और खासकर न्यायपालिका के महत्व को बतलाते हुए कहा कि आम जनता को न्याय दिलाना ही न्यायपालिका का मुख्य कर्तव्य है. इस शताब्दी भवन में 43 कोर्ट रूम और 57 चैम्बर्स और दो लाइब्रेरी भी है. जिससे न्यायालय में सुनवायी में काफी सुविधा होगी. पटना हाईकोर्ट के शताब्दी भवन का हुआ उद्घाटन होने तथा News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.
Posted by: Radheshyam Kushwaha