पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में इथेनॉल उत्पादन के क्षेत्र में काफी निवेशक आयेंगे और इससे राज्य में रोजगार के अवसर पैदा होंगे.
मुख्यमंत्री आवास स्थित संकल्प में गुरुवार को हुई बैठक में नीतीश कुमार ने कहा कि इससे बंद चीनी मिलों की शुरुआत होगी और नयी चीनी मिलें भी स्थापित होंगी. राज्य में गन्ना का उत्पादन भी बढ़ेगा और किसानों को गन्ने का अधिक-से-अधिक मूल्य मिल सकेगा. इससे राज्य के किसानों की आर्थिक स्थिति में भी काफी सुधार होगा.
2006 में ही गन्ने से इथेनाॅल के उत्पादन के लिए केंद्र सरकार के पास प्रस्ताव भेजकर अनुमति मांगी गयी थी, जिसे उस समय की यूपीए की सरकार ने अस्वीकृत कर दिया था. उस समय एक बहुत बड़े निवेशक 21 हजार करोड़ रुपये का निवेश इथेनाॅल उत्पादन के क्षेत्र में करना चाहते थे.
उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि अब केंद्र सरकार ने इथेनाॅल उत्पादन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. बिहार में इथेनाॅल उत्पादन के क्षेत्र में काफी निवेशक आयेंगे, इससे राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.
सीएम ने कहा कि राज्य में मक्के का भी उत्पादन काफी बढ़ा है. मक्के से भी इथेनाॅल का उत्पादन किया जायेगा. इससे भी मक्का उत्पादक किसानों को काफी फायदा होगा. उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में राज्य में इथेनाॅल उत्पादन यूनिट की स्थापना, बंद चीनी मिलों की पुनर्स्थापना, नये चीनी मिलों और अन्य संभावित उद्योगों की स्थापना के संबंध में विस्तृत चर्चा हुई.
बैठक में उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्र, गन्ना उद्योग विभाग की प्रधान सचिव एन विजयालक्ष्मी ने प्रेजेंटेशन के जरिये राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए किये जा रहे प्रयासों की विस्तृत जानकारी दी.
बैठक में उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद व रेणु देवी, उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन, गन्ना उद्योग प्रमोद कुमार, मुख्य सचिव दीपक कुमार, गृह व मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, वित्त विभाग के प्रधान सचिव एस सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार उपस्थित थे, जबकि वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से निवेश आयुक्त आरएस श्रीवास्तव भी जुड़े थे.
Posted by Ashish Jha