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कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन चिंता का विषय
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टीके 70 से 90 फीसदी प्रभावी
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स्थिति पर बारीकी से नजर रखने की जरूरत
नई दिल्ली : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने बुधवार को कहा कि टीके निश्चित तौर पर गंभीर बीमारियों को रोकेंगे और इसीलिए मृत्यु दर में कमी भी आएगी. उन्होंने कहा कि हालांकि, कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन चिंता का विषय जरूर है. उन्होंने कहा कि फिलहाल हमारे पास जो टीके हैं, वे 70 से 90 फीसदी प्रभावी हैं. यह बात दीगर है कि उनके प्रभाव में थोड़ी कमी दिखाई दे सकती है. फिर यह अब भी प्रभावी होगा.
इसके साथ ही, एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने यह भरोसा भी दिया है कि इस समय हमें चिंता करने की जरूरत नहीं है, लेकिन हमें स्थिति पर बारीकी से नजर रखने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हमें इसके सभी प्रकारों को गंभीरता से देखने और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि उनमें से कोई नया न हो जाए और हमारे टीके का प्रभाव कम हो जाए. इसके साथ ही, हमें नए वैरिएंट्स को ध्यान में रखते हुए टीकों को बदलते रहना चाहिए.
Vaccines will definitely prevent serious disease & therefore decease mortality as far as new (coronavirus) strain is concern… Currently, we have vaccines which efficacy is 70%, 80%, 90% so even if there is a slight fall in efficacy it will still be effective: AIIMS Director pic.twitter.com/2v9CcnSHbD
— ANI (@ANI) February 24, 2021
बता दें कि इसी हफ्ते सोमवार को एम्स के निदेशक डॉ गुलेरिया ने कोरोना वायरस के अलग-अलग वैरिएंट्स को लेकर लोगों को आगाह किया था. उन्होंने कहा था कि हर्ड इम्युनिटी जैसी स्थिति बन पाना काफी मुश्किल है, क्योंकि कोरोना का वायरस खुद को बदल रहा है और लोगों को दोबारा इंफेक्शन हो सकता है.
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Posted by : Vishwat Sen
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