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100 टेस्ट खेलने वाले दूसरे गेंदबाज बने इशांत
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कपिल देव 100 टेस्ट खेलने वाले पहले गेंदबाज थे
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इशांत ने 11 बार पांच विकेट चटकाये हैं
महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने बुधवार को इशांत शर्मा की उनके 100वें टेस्ट से पहले प्रशंसा की और कहा कि खेल के सबसे चुनौतीपूर्ण प्रारूप में इतने सारे मैच खेलना किसी भी क्रिकेटर और सबसे ज्यादा एक तेज गेंदबाज के लिए शानदार उपलब्धि है.
इशांत (32 वर्ष) कपिल देव के बाद 100 टेस्ट मैच में खेलने वाले दूसरे भारतीय तेज गेंदबाज हैं. तेंदुलकर ने ट्वीट किया, 100 टेस्ट मैच खेलना किसी भी क्रिकेटर के लिए शानदार उपलब्धि है, विशेषकर एक तेज गेंदबाज के लिए. अंडर-19 के दिनों से आपको खेलते देखा है और आपके पहले टेस्ट में आपके साथ खेला था.
Playing 100 Tests is a great landmark for any cricketer, especially a fast bowler. Have seen you play from your U-19 days & played alongside you in your 1st Test. Proud of you & your service to #TeamIndia.
Continue to serve in the best possible manner. Congrats @ImIshant! pic.twitter.com/onBVpgoRLr
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) February 24, 2021
टीम इंडिया के लिए आपकी सेवाओं के लिए आप पर गर्व है. मास्टर बल्लेबाज ने लिखा, सर्वश्रेष्ठ संभव तरीके से सेवा जारी रखिए. आपको इस उपलब्धि के लिए बधाई. चेन्नई में इस महीने के शुरू में इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के दौरान इशांत टेस्ट क्रिकेट में 300 विकेट चटकाने वाले छठे भारतीय और देश के तीसरे तेज गेंदबाज बन गये थे जिसमें वह महान पूर्व कप्तान कपिल देव और अनिल कुंबले के साथ शामिल हो गये.
पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने स्टार स्पोर्ट्स शो ‘क्रिकेट कनेक्टिड’ में इशांत के बारे में बात करते हुए कहा, किसी भारतीय तेज गेंदबाज के लिये ही नहीं बल्कि किसी भी तेज गेंदबाज का 100 टेस्ट मैच खेलना बड़ी उपलब्धि है. जब लोग इशांत शर्मा की लेंथ के बारे में बात करते थे तो उन्होंने अपनी लेंथ में बदलाव किया जो टेस्ट क्रिकेट में काफी महत्वपूर्ण है.
इशांत ने 11 बार पांच विकेट चटकाये हैं और एक मैच में एक बार 10 विकेट झटके थे. आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग को फेंके गये उनके स्पैल के बारे में अब भी भारतीय क्रिकेट जगत चर्चा की जाती है. नेहरा ने कहा, पिछले 18 से 24 महीनों में उनकी गेंद स्टंप के करीब भी बायें हाथ के बल्लेबाजों के लिए बहुत अच्छी तरह जा रही है और ‘ओवर द स्टंप’ तो भूल ही जाइये.
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उन्होंने कहा, यह दिखाता है कि वह अपने खेल के बारे में सोच रहा है, नयी चीजें डालने की कोशिश कर रहा है और नतीजे भी उसके पक्ष में ही रहे हैं. यह भारत के लिए बहुत शानदार चीज है. इशांत ने अपना टेस्ट पदार्पण 2007 में बांग्लादेश के खिलाफ किया था. वह मांसपेशियों में खिंचाव के कारण आस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों में श्रृंखला में नहीं खेल पाये थे और अब उन्होंने इससे उबरकर इंग्लैंड के खिलाफ चुनौती के लिये वापसी की है.
Posted By : Rajneesh Anand