सरसो तेल, रिफाइन, प्याज सहित खाने पीने की वस्तुओं के दाम बढ़ने से घर का बजट गड़बड़ा गया है. महिलाएं परेशान है. क्योंकि घर का चूल्हा चौका के लिए उन्हें महीने में एक बार पैसा मिलता है. परंतु जिस तेजी से महंगाई बढ़ी है. चूल्हा चौका चलाना मुश्किल हो गया है. डुमरी प्रखंड की गृहिणी बेला देवी ने कहा कि महंगाई का मार ऐसा है कि एक ओर आमदनी का जरिया नहीं और दूसरी ओर महंगाई की मार से परिवार चलाना मुश्किल हो गया है.
सभी घरेलू सामानों के महंगाई ने घर का सारा बजट को बिगड़ दिया है. बाजार में घर चलाने के सब्जी, साबुन, तेल, गैस सहित अन्य सभी जरूरतमंद चीजों के दाम में बढोतरी होना, इसका सबसे बड़ा कारण है. जो घर की आमदनी के अनुपात में खर्च में बढ़ गया है. मैनेज करना मुश्किल हो गया है. सरकार को आमजनों की परेशनियों पर भी ध्यान देना चाहिए.
बिशुनपुर प्रखंड की लक्ष्मीनिया देवी ने कहा कि सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं. आये दिन गैस सिलेंडर के दामों में भी इजाफा होने लगा है. जिससे जितने पैसे में एक सप्ताह तक घर चलता था. अब दो तीन दिन भी घर चलाना मुश्किल हो रहा है. अगर महंगाई को रोका नहीं गया, तो संकट में आ जायेंगे. सिसई प्रखंड की नीलिमा एक्का ने कहा कि पेट्रोल, डीजल के साथ साथ तेल, दाल, आटा सहित सभी खाद्य सामग्री के दाम बढ़ने से घर का बजट बिगड़ गया है. आय का स्रोत सीमित होने के कारण गैर जरूरी आवश्यकता को बंद करनी पड़ गयी है. घाघरा प्रखंड की राधिका देवी ने कहा महंगाई से हम त्रस्त हैं. पेट्रोल डीजल के अलावा घर चलाने की दैनिक सामग्री का भी दाम कितना बढ़ा हुआ है कि सामग्रियों में कटौती कर दैनिक कार्य करना पड़ रहा है.
Posted By : Sameer Oraon