बिहार में धान खरीद की समय सीमा और एमएसपी को लेकर बिहार विधानसभा में मंगलवार को जबरदस्त हंगामा हुआ. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता अजीत शर्मा सहित महागठबंधन के नेताओं ने कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह को बर्खास्त करने की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग की.
वहीं सीएम ने धान खरीद के मामले पर कहा कि अब तक रिकॉर्ड 35 लाख 59 हजार मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी है. सभी किसानों से धान खरीद कर ली गयी है, कोई नहीं बचा है. अब जो हल्ला कर रहे हैं, वे किसान नहीं बल्कि व्यापारी हैं. इन लोगों ने बिचौलिये का काम करते हुए शुरुआत में ही किसानों से धान खरीद करके रख ली है.
पहले विधानसभा में फिर विधान परिषद में बारी-बारी से सरकार की ओर से उतर देते हुए सीएम ने कहा कि फर्जी तरीके से धान बेचने वालों पर सरकार की कड़ी नजर है. सरकार ऐसी गड़बड़ी नहीं होने देगी. इसी वजह से ये हल्ला मचा रहे हैं.
अपने भाषण के दौरान सीएम ने नेता प्रतिपक्ष समेत सभी विपक्षी दलों के नेताओं की टोका-टाकी या कटाक्ष का करारा जवाब दिया. विधानसभा में विपक्षी सदस्यों ने वॉक-ऑउट किया. इस पर सीएम ने कहा कि जाइए और बाहर जाकर टीवी पर मेरा जवाब सुनियेगा, आप लोगों के एक-एक आरोप का विस्तार से जवाब देने जा रहे हैं.
इससे पहले तेजस्वी यादव ने कहा कि किसानों का धान एमएसपी पर नहीं खरीदने से धान खरीद में बड़ा घोटाला दिख रहा है. उन्होंने अन्य फसलों के लिए भी एमएसपी लागू करने की मांग की. साथ ही कहा कि एमएसपी पर फसलों की खरीद नहीं होना किसानों के साथ धोखा है. उन्होंने सरकार पर कथनी और करनी में अंतर का आरोप लगाया. इस मुद्दे पर सदन से बाहर आकर तेजस्वी सहित महागठबंधन के नेताओं ने सरकार विरोधी नारेबाजी की. साथ ही एमएसपी धान खरीदने की मांग की.
विधानमंडल परिसर में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए राजद- कांग्रेस के नेताओं ने मंगलवार को कहा कि विधानसभा में ध्यानाकर्षण के जवाब में कृषि मंत्री ने यह कहा है कि एमएसपी पर वे किसानों का धान नहीं खरीद सकते. तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित केंद्र सरकार ने भी एमएसपी धान खरीद की नीति बनायी है. इसके बावजूद नीतीश कुमार के मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह सरकार की नीति के विरुद्ध जा रहे हैं.
Posted By: Utpal kant