कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन का समर्थन कर रहे लोगों को नोटिस जारी किए जाने का आरोप लगाते हुए बीकेयू नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने रविवार को किसानों से कहा कि दिल्ली पुलिस के कर्मी अगर आपके गांवों में गिरफ्तारी करने आते हैं तो उनका घेराव कीजिए .
बीकेयू (राजेवाल) के नेता ने अमरिंदर सिंह नीत पंजाब सरकार से कहा कि राज्य पुलिस को दिल्ली पुलिस के साथ सहयोग नहीं करना चाहिए. पंजाब के बरनाला में रविवार को ‘‘किसान मजदूर एकता महारैली” में राजेवाल ने किसानों से कहा, ‘‘अगर दिल्ली पुलिस के कर्मी आपको गिरफ्तार करने आते हैं तो पूरा गांव इकट्ठा हो जाए और उनका विरोध करे.” रैली का आयोजन भारतीय किसान यूनियन (एकता उगराहां) और पंजाब खेत मजदूर संघ ने किया था.
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दो दिन पहले हरियाणा बीकेयू के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी ने इसी तरह की अपील की थी. राजेवाल ने किसानों से कहा कि दिल्ली पुलिस अगर जांच में शामिल होने के लिए उन्हें नोटिस जारी करती है तो उन्हें उनके समक्ष पेश नहीं होना चाहिए और अगर दिल्ली पुलिस के जवान उनकी गिरफ्तारी करने आते हैं तो उनका ‘घेराव’ कीजिए.
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उन्होंने दावा किया कि केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार किसान आंदोलन से डरी हुई है और आरोप लगाया कि जो लोग दिल्ली की सीमाओं के नजदीक प्रदर्शन स्थल पर ‘लंगर’ चला रहे हैं या किसानों का सहयोग कर रहे हैं उन्हें पुलिस नोटिस जारी कर रही है. राजेवाल ने कहा कि यह पंजाब सरकार के लिए ‘‘परीक्षा का समय है” जिसे राज्य पुलिस को कहना चाहिए कि वह दिल्ली पुलिस से सहयोग नहीं करे.