सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष व पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने रविवार को कहा है कि उन्हें प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के भागीदारी संकल्प मोर्चा में शामिल होने की घोषणा करने का इंतजार है. आजमगढ़ में शनिवार की शाम एक शादी समारोह में पहुंचे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव और आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के बीच एक बैठक हुई थी जिसके बाद दोनों दलों के बीच गठबंधन की संभावना तलाशी जा रही है.
एआईएमआईएम और सुभासपा ने वर्ष 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव, भागीदारी संकल्प मोर्चा के बैनर मिलकर लड़ने का समझौता किया है और छोटे दलों को जोड़ने के लिए भागीदारी संकल्प मोर्चा एक मुहिम चला रहा है. बलिया जिले के रसड़ा में रविवार को पत्रकारों ने भागीदारी संकल्प मोर्चा के संयोजक और सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर से जब ओवैसी और शिवपाल की मुलाकात के संदर्भ में पूछा तो उन्होंने कहा,” मैं व्यस्त होने के कारण आजमगढ़ में आयोजित कार्यक्रम में शरीक नहीं हो सका, इसलिए मुझे जानकारी नहीं हैं कि दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई है, लेकिन मुझे उस दिन का इंतजार है कि जब शिवपाल सिंह यादव पत्रकार वार्ता आयोजित कर भागीदारी संकल्प मोर्चा में शामिल होने की घोषणा करेंगे.”
राजभर ने कहा कि भागीदारी संकल्प मोर्चा में शामिल सभी दल मिलकर पंचायत चुनाव लड़ेंगे और पंचायत चुनाव के लिए आरक्षण निर्धारित होने के बाद तय किया जाएगा कि किस दल को कितनी सीटों पर चुनाव लड़ना है. उल्लेखनीय है कि ओमप्रकाश राजभर ने भागीदारी संकल्प मोर्चा में शामिल होने के लिए बीते दिनों शिवपाल सिंह यादव से मुलाकात की थी और उनके सकारात्मक रुख के बारे में पत्रकारों को जानकारी देते हुए दावा किया था कि यादव जल्द मोर्चे में शामिल होंगे, लेकिन प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के वरिष्ठ नेता दीपक मिश्र ने कुछ देर बाद ही राजभर के दावे का खंडन कर दिया था.
शिवपाल सिंह यादव ने शनिवार को आजमगढ़ में कहा था, ” वह शादी समारोह में आये हैं और उनकी एआईएमआईएम के अध्यक्ष ओवैसी के साथ बैठक हुई है.” उन्होंने कहा,”हम पहले ही कह चुके हैं कि समान विचारधारा और सभी धर्मनिरपेक्ष शक्तियों के लोग मिलकर भारतीय जनता पार्टी को देश और प्रदेश से उखाड़ फेंकेंगे.” यादव ने कहा, ” उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए समाजवादी परिवार को एकजुट होने की जरूरत है. हमने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी कहा है कि सबको एकत्र करें और उसमें हमको भी साथ लें.” उन्होंने यह भी कहा कि वह अपनी पार्टी का विलय किसी भी सूरत में सपा में नहीं करेंगे बल्कि सपा के साथ गठबंधन करेंगे.
Posted by: Pritish Sahay