बिहार के नालंदा जिले के सरमेरा में आपसी वर्चस्व एवं पूर्व की रंजिश को लेकर शुक्रवार की देर संध्या स्थानीय गोविंदपुर गांव निवासी 45 वर्षीय मोहन कुमार की हत्या बदमाशों ने घर के पास ही गोली मारकर हत्या कर दी. इसके बाद जमकर हवाई फायरिंग भी की. जिससे पूरा गांव थर्रा उठा और वहां अफरातफरी मच गयी. गोली कनपटी में लगते ही युवक ने दम तोड़ दिया. इसके बाद बदमाशों ने उसके गले में गमछा डालकर घसीटते हुए गांव के कुएं में फेंक कर फरार हो गये.
इस संबंध में मृतक की पत्नी मीना देवी ने थाना में हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी है. आठ लोगों पर मामला दर्ज प्राथमिकी में कुल आठ लोगों को नामजद बनाया गया है. इधर, घटना की सूचना पाकर दलबल के साथ सरमेरा थानाध्यक्ष राकेश कुमार मौके पर पहुंचे और शव को सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराकर दाह संस्कार के लिये परिजनों को सौंप दिया. हादसे के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है.
मोहन कुमार अपने घर से कुछ दूरी पर बने दालान से ससुर नंदलाल प्रसाद, सास प्रभावती देवी एवं पुत्री रखना भारती उर्फ निक्की कुमारी के साथ घर की ओर वापस लौट रहे थे. जैसे ही वे लोग अपने खेत के निकट पुराना मिल के पास ढलाई सड़क पर पहुंचे कि गांव के ही चंद्रमौली प्रसाद, कारू कुमार, देव नारायण प्रसाद, पप्पू प्रसाद, सहदेव प्रसाद, मनोरंजन प्रसाद, लल्लू प्रसाद एवं इसके भाई सल्लू प्रसाद एवं स्थानीय बड़ी मलामा गांव के रंजीत कुमार आदि लोग राइफल व पिस्तौल से लैस होकर उनलोगों को घेर लिया.
सभी बदमाशों ने मोहन के साथ गाली गलौज करते हुए कहा कि बहुत दिनों बाद पकड़ाये हो. मोहन ने गाली देने से मना किया तो सभी बदमाशों ने कहा कि आज छोड़ना नहीं है, कहते हुए राइफल एवं पिस्तौल से फायरिंग करने लगे. चंद्रमौली व रंजीत अपने पिस्तौल से मोहन पर गोली चलाने लगा. चंद्रमौली की पिस्तौल से चली गोली मृतक के कनपटी में लग गयी. गोली लगते ही मोहन ने घटनास्थल पर दम तोड़ दिया.
इसके बाद दोनों ने मृतक के गले में गमछा लगाकर घसीटते हुए शव को गांव के ही अर्जुन प्रसाद के कुएं में फेंक दिया. घटनास्थल पर मौजूद परिजन पीछे – पीछे चलने लगे तो सभी बदमाशों उन पर भी फायरिंग करने लगे. फायरिंग की आवाज पर आसपास के ग्रामीण वहां पहुंच गये. ग्रामीणों के सहयोग से शव को कुएं से बाहर निकाला गया. घटना की सूचना पर थानाध्यक्ष राकेश कुमार दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर बारीकी से घटना की जानकारी ली.
सरमेरा थानाध्यक्ष राकेश कुमार ने बताया कि इस कांड के मुख्य अभियुक्त चंद्रमौली प्रसाद के भाई बृजेश कुमार की हत्या वर्ष 2001 में हुई थी जिसमें मृतक मोहन नामजद आरोपी था. इसी मामले के एक अन्य अभियुक्त रंजीत कुमार के भाई व मलामा पैक्स के तत्कालीन अध्यक्ष पंकज कुमार की हत्या विगत 13 फरवरी 2018 को बड़ी मलामा गांव में ही कर दी गई थी. इस हत्याकांड में भी मृतक नामजद आरोपीत था.
हत्या के बाद वह फरार हो गया था. पंकज हत्याकांड में मोहन को रांची से 23 मार्च 2018 को गिरफ्तार किया गया था. तत्कालीन थानाध्यक्ष उदय कुमार सिंह ने मोहन को झारखंड के रांची से गिरफ्तार किया था, जो अब वेल पर था. इसके अलावा भी विभिन्न मामलों में मृतक का आपराधिक इतिहास रहा है..आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है.
Posted by: Radheshyam Kushwaha