सरस्वती पूजा के बाद मूर्ति का विसर्जन बुधवार को ही किया जायेगा. जिला प्रशासन के निर्देश के बाद हर हाल में मूर्ति विसर्जन आज ही हो जाना है. प्रशासन ने इसके लिए दोपहर एक बजे से शाम तक का समय दिया है. इस दौरान ही मूर्ति विसर्जन करना है. विसर्जन जुलूस निर्धारित रूट से ही ले जाना है. इसके लिए प्रशासन ने पहले ही रूट तय कर रखा है. तय रूट से अलग दूसरे रूट से जुलूस ले जाने वालों पर कार्रवाई की जायेगी.
विसर्जन के दौरान जिले में किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं हो, इसके लिए जिला और पुलिस प्रशासन के स्तर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. सभी संवेदनशील इलाकों में रैपिड एक्शन फोर्स तैनात है. इसके अतिरिक्त विभिन्न इलाकों में मजिस्ट्रेट, पुलिस पदाधिकारी और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहेंगे.
जिले में शांति और कानून व्यवस्था कायम रहे इसके लिए सभी बीडीओ, सीओ और थानाध्यक्ष को डीएम और एसएसपी ने टास्क दिया है. उन्हें आयोजन समिति के साथ समन्वय स्थापित कर शांतिपूर्ण विसर्जन को सुनिश्चित कराने की जिम्मेदारी दी गयी है. इसकी मॉनीटरिंग एसडीओ और डीएसपी करेंगे. सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाले तत्वों पर सख्त कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश जिला प्रशासन ने दिया है.
सरस्वती पूजा के बाद मूर्ति का विसर्जन कृत्रिम तालाबों में ही किया जायेगा. इसके लिए नगर निगम की ओर से पटना में कई जगहों पर कृत्रिम तालाब बनाये गये हैं. इनमें दीघा पाटीपूल के पास दो, बांस घाट के पास एक, लॉ कॉलेज, दमड़िया घाट, गायघाट, कंगन घाट के पास समेत कई जगहों पर कृत्रिम तालाब बनाये गये हैं.
17 फरवरी को हर हाल में विसर्जन कर देना है. इसको ध्यान में रखकर सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किये गये हैं. विसर्जन जुलूस निर्धारित रूट से ही निकालना है. शरारती और असामाजिक तत्वों पर प्रशासन की नजर रहेगी. समाज में शांति भंग करने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
केके सिंह, एडीएम (विधि व्यवस्था)
Posted By: Thakur Shaktilochan