पदमा प्रखंड सह अंचल कार्यालय में कार्यरत एक भी अधिकारी या कर्मचारी मुख्यालय में स्थायी रूप से नहीं रहते हैं. इतना ही नहीं, सीडीपीओ और प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी कार्यालय के कर्मचारियों का भी यही हाल है. अधिकारी और कर्मचारी बरही और हजारीबाग में ही रहते हैं. प्रखंड के बीडीओ सह सीओ सह सीडीपीओ चंदन प्रसाद बरही से आना-जाना करते हैं. अधिकारियों के नहीं रहने से आमलोगों को परेशानी होती है.
बीडीओ और सीओ को रहने के लिए आवास के नाम पर बने किसान भवन और सीओ आवास पूरी तरह से जर्जर हो चुके हैं. इन भवनों में आज तक कोई रहने नहीं आये. एक वर्ष पहले मुख्यालय परिसर में 35 लाख की लागत से तहसील कचहरी सह आवास का निर्माण किया गया. उस भवन में भी पदाधिकारी स्थायी रूप से रह सकते हैं, लेकिन भवन एक साल से खाली है.
हालांकि प्रखंड बनने के 25 साल बाद भी कर्मचारियों को रहने के लिए कोई आवास नहीं बनाया गया. इस कारण अधिकारी हजारीबाग या बरही से आना-जाना करते हैं. लगभग तीन वर्ष पूर्व तत्कालीन उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने सभी पंचायत सचिवों को पंचायत मुख्यालय में रहने का आदेश जारी किया था, लेकिन आदेश का आज तक पालन नहीं हुआ.
मुख्यालय परिसर में अधिकारियों व कर्मचारियों के नहीं रहने से लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ता है. अधिकारी या कर्मचारी अपने प्रखंड या पंचायत मुख्यालयों में ज्यादा समय नहीं दे पाते हैं. सुबह दस बजे की जगह 11 से 12 बजे तक कार्यालय अधिकारी कार्यालय पहुंचते हैं और शाम होने से पहले ही निकल जाते हैं.
Posted By : Sameer Oraon