Bihar Cabinet Expansion: लंबे इंतजार के बाद बुधवार को बिहार में आखिरकार मंत्रिमंडल का विस्तार (Nitish Cabinet Expansion) हो गया है. भाजपा के नौ और जदयू कोटे से आठ विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. दोनों दलों से एक-एक मुस्लिम मंत्री (Muslim Minister) बनाए गये हैं. वो भी तब जब बिहार की एनडीए सरकार (NDA Govt) में एक भी मुस्लिम प्रत्याशी को जीत नहीं मिली थी.
जो मुस्लिम मंत्री बनाए गए उनके नाम हैं भाजपा कोटे से शाहनवाज हुसैन वहीं जदयू कोटे से जमा खान. शाहनवाज को हाल ही में बिहार भाजपा ने एमएलसी बनाया है तो वहीं जमा खान बसपा से चुनाव जीते थे मगर हाल ही में जदयू में शामिल हो गए थे. बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में एनडीए को 125 सीटें मिली थीं, लेकिन इसमें एक भी मुस्लिम विधायक नहीं था.
जदयू ने 11 मुस्लिम प्रत्याशियों पर दांव लगाया था, लेकिन एक भी जीत नहीं सका था. वहीं, एनडीए में शामिल भाजपा, हम और वीआईपी ने एक भी मुस्लिम प्रत्याशी को टिकट नहीं दिया था. यही कारण था कि जब नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और कैबिनेट का गठन हुआ तो एक भी मुस्लिम चेहरे को जगह नहीं मिली थी. लेकिन अब नीतीश कैबिनेट के पहले विस्तार में भाजपा और जदयू ने मुस्लिम चेहरे को तवज्जो दी.
भाजपा ने केंद्र की राजनीति से शाहनवाज हुसैन को बिहार की राजनीति में लाकर मंत्री बनाया है. तो वहीं, जदयू ने बसपा छोड़कर आए जमा खान को मंत्री पद का तोहफा दिया. कहा जा रहा है कि बिहार में मुस्लिम वोटों के सियासी समीकरण को देखते हुए दोनों दलों ने ये दांव खेला है. शाहनवाज हुसैन को उनके कद के मुताबिक बिहार कैबिनेट में कोई बड़ा मंत्रालय दिया जा सकता है, लेकिन जदयू भी जमा खान को कोई महत्वपूर्ण भूमिका दे सकती है.
चर्चा है कि जमा खान को अल्पसंख्यक कल्याण विभाग का जिम्मा सौंपा जा सकता है. हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा बुधवार शाम होने वाली कैबिनेट की अहम बैठक के बाद ही हो पाएगी. अब देखना होगा कि कैबिनेट में शाहनवाज हुसैन का पद बड़ा रहता है या फिर जमा खान का.
Posted By: Utpal kant