Jharkhand Crime News, West Singhbhum News, चाईबासा (पश्चिमी सिंहभूम) : झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत चक्रधरपुर के टोकलो थाना क्षेत्र में दूसरे दिन भी सोमवार (8 फरवरी, 2021) को जिला सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच जमकर मुठभेड़ हुई. 24 घंटे में पुलिस और नक्सलियों के महाराज प्रमाणिक दस्ते के बीच मुठभेड़ की यह दूसरी घटना है. इस दौरान दोनों ओर से सैकड़ों राउंड गोलियां चली है. इसी बची पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली भाग खड़े हुए.
पहाड़ी और घने जंगल के बीच बसे लांजी गांव में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच सुबह करीब 8 बजे शुरू हुई. मुठभेड़ एक घंटे तक चली. दोनों ओर से सैकड़ों राउंड गोलियां चलने की खबर है. बाद में सुरक्षा बलों को भारी पड़ता देख नक्सली पीछे हट गये और रोलाहातु की ओर भाग निकले.
करीब एक घंटे तक चली इस मुठभेड़ में कुछ नक्सलियों को गोली लगने की खबर है. कोल्हान के DIG राजीव रंजन सिंह ने बताया कि सोमवार की सुबह पुलिस सर्च अभियान चला रही थी. तभी नक्सलियों की ओर से फायरिंग शुरू कर दी गयी. आत्मरक्षार्थ पुलिस को जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग करनी पड़ी. उन्होंने बताया कि अभी नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशान जारी रखा गया है.
सूत्रों की मानें, तो मुठभेड़ से पूर्व सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने एक ग्रामीण चिकित्सक को हिरासत में लिया है. उक्त चिकित्सक से पूछताछ की जा रही है. हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है. वहीं, इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने भी नक्सलियों की गोलियों का खुलकर जवाब दिया. ऐसे में नक्सलियों को मैदान छोड़कर पीछे हटने पर मजबूर होना पड़ा.
जानकारी के अनुसार, 24 घंटे पूर्व हुए मुठभेड़ के बाद मौके पर पुलिस को खून के धब्बे मिले थे. लिहाजा सुरक्षा बल सर्च ऑपरेशन चला रही थी. इसी क्रम में एक चिकित्सक को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया गया. सूत्रों की मानें, तो पुलिस को आशंका है कि रविवार को मुठभेड़ में एक नक्सली को भी गोली लगी थी, जिसका छिप कर इलाज किया जा रहा था. जिस जगह पर सुरक्षा बलों की नक्सलियों से मुठभेड़ हुई है, वह अत्यंत ही दुरूह क्षेत्र है. लोंजो तक पहुंचने के लिए सड़क तक नहीं है. ऐसे में लोगों को पगडंडियों पर चलकर गांव तक पहुंचना पड़ता है. सूत्रों की मानें, तो घनघोर जंगल होने के कारण फायरिंग करने पर मुश्किल से 800 मीटर तक ही गोलियां जा पाती है.
नक्सलियों के खिलाफ चलाये जा रहा ऑपरेशन पूर्व में चलाये गये ऑपरेशन से इस बार थोड़ा अलग है. पूर्व में जहां जवान के घायल होने पर ऑपरेशन को बंद कर दिया जाता था, लेकिन इस बार रविवार को एक जवान के घायल होने के बाद सबसे पहले उसे मुठभेड़ स्थल से बाहर निकाला गया. फिर फौरी इलाज के लिए रांची भेजा गया. इस बीच पुलिस और सुरक्षा बलों भी ऑपरेशन को भी जारी रखा. दूसरे दिन लगातार ऑपरेशन चलाने का नतीजा था कि इस बार नक्सलियों को जान बचाने के लिए वहां से पीछे हटना पड़ा.
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गौरतलब है कि रविवार (7 फरवरी, 2021) को भी सुबह करीब 9 बजे सुरक्षाबल और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें कोबरा बटालियन का जवान नारायण क्षेत्री घायल हो गया था. उसके कंधे के पास गोली लगी थी. घायल जवान को एयरलिफ्ट कर रांची ले जाया गया. इसके साथ ही सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन जारी रखा. सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने पाइप बम, आईआईडी, पिट्ठू और विभिन्न हथियार के अलावा अन्य सामग्रियां भी बरामद की थी.
Posted By : Samir Ranjan.