उत्तराखंड में तीन दिन बर्फबारी के बाद आज मौसम साफ (Uttarakhand, Chamoli,weather news)नजर आ रहा है. इसी बीच उत्तराखंड के चमोली जिले की ऋषिगंगा घाटी में रविवार को हिमखंड (Dhauliganga Flood)) टूट गया जिससे अलकनंदा और इसकी सहायक नदियों में अचानक विकराल बाढ़ आ गई. इस बाढ़ को देखते हुए सूबे के गढ़वाल क्षेत्र में अलर्ट जारी कर दिया गया है. हालांकि, बाढ़ से अभी तक जनहानि की कोई सूचना नहीं है लेकिन ऋषिगंगा पर बनी एक बिजली परियोजना को इससे भारी नुकसान पहुंचा है.
रविवार को पहाड़ से लेकर मैदान तक अच्छी धूप खिली नजर आ रही है. मौसम की मानें तो रविवार को देहरादून में अधिकतम व न्यूनतम क्रमश: 24 व 7 डिग्री सेल्सियस तक तापमान रहने का अनुमान है. शनिवार को अधिकतम तापमान 23.3 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
पहाड़ों में बर्फबारी के बाद पाला लोगों के लिए परेशानी का सबब बना चुका है. गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे पर शनिवार को आवाजाही बहाल तो कर दी गई, लेकिन मौसम खुलने के बाद पाला गिर गया है जिसके कारण दोनों ही हाईवे पर आवाजाही जोखिमभरी बनी हुई है. इसी बीच खबर आ रही है कि रविवार सुबह यमुनोत्री हाईवे पर राडी ओरक्षा बैंड के बीच एक वाहन बर्फ पर फिसल गया जिससे यात्री वाहन से बाहर गिर गए और उन्हें चोट आई. हादसे में तीन से चार लोग घायल हो गए.
नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया : इधर बाढ़ से चमोली जिले के निचले इलाकों में खतरा देखते हुए राज्य आपदा प्रतिवादन बल और जिला प्रशासन को सतर्क कर दिया गया है. नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क से निकलने वाली ऋषिगंगा के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में टूटे हिमखंड से आई बाढ़ के कारण धौलगंगा घाटी और अलकनन्दा घाटी में नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया है जिससे श्रृषिगंगा और धौली गंगा के संगम पर स्थित रैणी गांव के समीप स्थित एक निजी कम्पनी की श्रृषिगंगा बिजली परियोजना को भारी नुकसान पहुंचा है.
दहशत में लोग : इसके अलावा, धौली गंगा के किनारे बाढ़ के वेग के कारण जबरदस्त भूकटाव हो रहा है. चमोली के जिला प्रशासन की ओर से अलकनन्दा नदी के किनारे रह रहे लोगों के लिए अलर्ट जारी किया गया है. समाचार लिखे जाने तक श्रृषिगंगा में आई बाढ़ के पानी के वेग को देखते हुए रैणी और तपोवन कस्बों में लोग दहशत में आ गए हैं.
भाषा इनपुट के साथ
Posted By : Amitabh Kumar