किस्को : आजसू के केंद्रीय उपाध्यक्ष सह लोहरदगा के पूर्व विधायक केके भगत ने शुक्रवार को किस्को-रिचुघुटा पथ निर्माण कार्य का निरीक्षण किया. निरीक्षण में केके भगत ने पाया कि सड़क निर्माण में गुणवत्तापूर्ण मेटेरियल का उपयोग नहीं किया जा रहा है. सड़क निर्माण कार्य सरकारी उपेक्षा व ठेकेदार की मिलीभगत से भ्रष्टाचार की भेट चढ़ रही है. उन्होंने कहा कि इस पथ का शिलान्यास मेरे विधायकी काल में 2013 में किया गया था.
उस समय सड़क निर्माण की लागत 40 करोड़, 63 लाख, 78 हजार रुपये थी. इसका निर्माण कार्य ब्रह्मपुत्रा इंफास्ट्रक्चर लिमिटेड दिल्ली द्वारा कराया जा रहा था. कंपनी के फेल हो जाने के बाद इस सड़क का री-टेंडर हुआ. संवेदक एमएस एनपी, एबीसीएल जेभी रांची द्वारा काम का एकरारनामा किया गया.
अब इस सड़क निर्माण का प्राक्कलन लगभग 78 करोड़ रुपये हो गया है. इसके बावजूद काम में प्रगति नहीं हुई. घटिया मेटेरियल लगा कर सड़क को जैसे-तैसे अधूरा छोड़ दिया गया है, जिससे लोगों को आवागमन करने में परेशानी हो रही है. श्री भगत ने कहा कि सड़क निर्माण कार्य टेंडर टेंडर का खेल सरकार, प्रशासन व ठेकेदारों की मिलीभगत से होता रहा है.
पहाड़ी क्षेत्र का यह पथ सरकारी राशि की बंदरबाट का जरिया बन गया है, जबकि यह पथ लोहरदगा जिले को लातेहार जिले से जोड़ता है. इतनी लंबी सड़क लोगों को सुविधा देने तथा एक जिले को दूसरे जिले से जोड़ने के उद्देश्य से स्वीकृत की गयी थी. कमल किशोर भगत ने कहा कि सुदूर पहाड़ी क्षेत्र के ग्रामीण मुंह देखते रहे और सड़क निर्माण कार्य भ्रष्टाचारियों के लिए काली कमाई जरिया बन गया.
आश्चर्य की बात तो यह है कि सांसद, विधायक भी न जाने क्यों इस पथ के निर्माण के प्रति उदासीन बने है. उन्होंने कहा कि जब मैं उस सड़क का निरीक्षण करने गया, तो ग्रामीणों की बातें सुन कर दंग रह गया. सड़क निर्माण में घटिया पत्थर लगाये जा रहे है. सड़क निर्माण में नाम मात्र का अलकतरा लगाया जा रहा है. पुल-पुलिया के निर्माण में जंगल के बीच से पत्थर निकाल कर जैसे-तैसे जोड़ा जा रहा है. चिप्स व सीमेंट की मात्रा भी काफी कम है.
ग्रामीणों ने बताया कि बिना साइज के पत्थर डाल कर पुलिया बनायी जा रही है. लोगों ने कमल किशोर भगत को बताया कि वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव रांची में बैठ कर सिर्फ प्लानिंग करते हैं. धरातल के कार्यों पर उनकी कोई जवाबदेही नहीं रहती. सड़क की दुर्दशा देख कमल किशोर भगत ने ग्रामीणों से कहा कि आजसू पार्टी इस तरह का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करेगी.
हम इसका हर स्तर पर विरोध करेंगे. लोहरदगा के विकास के लिए जन आंदोलन किया जायेगा. ज्ञात हो कि किस्को से रिचुघुटा तक लगभग 78 करोड़ रुपये की लागत से 31.8 किमी सड़क का निर्माण चल रहा है. मौके पर अंजु देवी, अनिता साहू, राजू गुप्ता, राम नारायण प्रसाद, संजीव सिंह, रामचंद्र गिरी, अरविंद पाठक, राजेंद्र लोहरा, मुनिया देवी आदि मौजूद थे.
Posted By : Sameer Oraon