कोलकाता : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पश्चिम बंगाल प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने परिवर्तन यात्रा की शुरुआत से एक दिन पहले बड़ा बयान दिया है. श्री घोष ने कहा है कि विधानसभा चुनाव 2021 से पहले पार्टी की 5 रथ यात्रा को मंजूरी मिल जाती है, तो चंगा, नहीं तो पंगा. राजनीतिक गलियारों में इसके अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं.
दरअसल, भाजपा ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में सभी 294 विधानसभा सीटों तक पहुंचने के लिए राज्य के अलग-अलग कोने से 5 रथ यात्रा निकालने की योजना बनायी है. इसे परिवर्तन यात्रा नाम दिया गया है. परिवर्तन यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बंगाल पहुंच चुके हैं, लेकिन यात्रा को अब तक प्रशासन की अनुमति नहीं मिली है.
बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के साथ राज्य के कई नेता एवं सांसद तथा केंद्रीय नेताओं के एक दल ने शुक्रवार को दिल्ली में चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपा. इसके बाद पत्रकारों ने जब उनसे रथ यात्रा के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक अधिकार के तहत भाजपा राज्य के सभी कोने में लोगों तक पहुंचने के लिए रथ यात्रा निकालना चाहती है.
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राज्य सरकार से यदि रथ यात्रा को अनुमति नहीं दी जाती है, तो वह क्या करेंगे? इस सवाल के जवाब में दिलीप घोष ने कहा कि यदि अनुमति मिल जाती है, तो चंगा, नहीं तो पंगा. उन्होंने कहा कि एक बार भाजपा की रथ यात्रा रोकने का अंजाम तृणमूल कांग्रेस बंगाल में भुगत चुकी है. 2019 के लोकसभा चुनाव में जनता ने उसकी सीटें हाफ कर दी, विधानसभा चुनाव में साफ कर देगी.
श्री घोष ने उम्मीद जतायी कि लोकसभा चुनाव से पहले उसने जो किया था, उसका अंजाम उसने देख लिया है. इसलिए इस बार तृणमूल कांग्रेस की सरकार रथ यात्रा को रोकने का प्रयास नहीं करेगी. साथ ही कहा कि यदि उन्होंने यात्रा में बाधा बनने की कोशिश की, तो लोकतांत्रिक तरीके से उसे जवाब मिल जायेगा.
Posted By : Mithilesh Jha