Jharkhand Naxal News, Nakashli News in Jharkhand: एनआइए ने चंदवा के ठेकेदार मृत्युंजय सिंह उर्फ सोनू सिंह को गिरफ्तार किया है. उस पर नक्सलियों से मिलकर चार पुलिसकर्मियों की हत्या की साजिश रचने का आरोप है. लुकईया में 22 नवंबर 2019 को नक्सलियों के हमले में चंदवा थाना के एसआइ शुकरा उरांव, चालक यमुना, शंभु प्रसाद व सिकंदर सिंह शहीद हो गये थे. जांच में एनआइए को पता चला कि सोनू ने घटना से एक दिन पहले भालुजंगा जंगल में रीजनल कमेटी मेंबर रवींद्र गंझू को पांच लाख रुपये दिये थे.
एनआइए ने दो जुलाई 2020 को इस मामले की जांच शुरू की थी. इस दौरान सबूत मिलने पर एनआइए ने 10 अक्तूबर 2020 को चंदवा के हरैया चौक स्थित संतोष सिंह (सोनू के पिता) के घर और लोहरदगा में विपिन शाहदेव के घर पर छानबीन की थी. इसमें 2.64 करोड़ रुपये बरामद हुए थे. जांच में पता चला कि पुलिस ने रवींद्र गंझू की पत्नी को गिरफ्तार किया था. उसने प्रतिशोध में पुलिस को निशाना बनाया. इस मामले में सात नक्सलियों को गिरफ्तार किया था. नक्सलियों द्वारा पुलिसकर्मियों की हत्या की साजिश से जुड़ी हर Jharkhand News से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
रांची. एनआइए ने मंगलवार को खूंटी के मुरहू थाना क्षेत्र निवासी शिव शंकर गंझू को मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है. वह कुख्यात मानव तस्कर पन्ना लाल का भाई है. शंकर पर भी प्लेसमेंट एजेंसियों की आड़ में मानव तस्कर गिरोह चलाने का आरोप है. उसे एनआइए कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे पूछताछ के लिए चार दिनों के रिमांड में भेज दिया गया है.
एनआइए को जांच में यह पता चला है कि पन्ना लाल और उसकी पत्नी सुनीता देवी दिल्ली में प्लेसमेंट एजेंसियों ‘लक्ष्मी प्लेसमेंट सर्विस’ व ‘मेसर्स बिरसा सिक्यूरिटी एंड प्लेसमेंट एजेंसी’ की आड़ में मानव तस्करी करते थे. दोनों झारखंड के नाबालिग लड़के-लड़कियाें को फुसलाकर दिल्ली व पड़ोसी राज्यों में नौकरी दिलाने के नाम पर ले जाते थे.
पन्ना लाल को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. उस पर 19 जुलाई 2019 को खूंटी में मानव तस्करी के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. इस मामले को टेकओवर कर एनआइए ने चार मार्च 2020 को प्राथमिकी दर्ज की थी.
Posted By : Sameer Oraon