Jharkhand News, Hazaribagh News, बड़कागांव (संजय सागर) : हजारीबाग जिला अंतर्गत बड़कागांव वन क्षेत्र के ग्राम इंदिरा चोरा टोंगरी में 22 हाथियों का झुंड सैकड़ों एकड़ में लगे फसल को बर्बाद कर दिया. वहीं, 4 घरों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. दूसरी ओर, गुस्साए हाथी के शिकंजे से एक महिला को वन विभाग के अधिकारी और सिपाही ने बचाया.
पीड़ित किसानों के अनुसार, खेतों में लगे गेहूं, चना ,सरसों, प्याज और आलू की फसल को हाथियों के झुंड ने खा गये. वहीं, बचे हुए फसल को पैरों तले रौंदते हुए बर्बाद कर दिया. ग्रामीणों ने जब खदेड़ा, तो 22 हाथियों का झुंड 29 जनवरी को जंगलों में विचरण करते रहे 30 जनवरी की इंदिरा जंगल होते हुए इंदिरा खेल मैदान पहुंच गया. यहां ग्रामीणों द्वारा हाथियों के झुंड को भगाने का प्रयास किया गया, तो गुस्साये हाथियों के झुंड ने सीमन मांझी के घर को क्षतिग्रस्त कर दिया, वहीं चावल, धान, गेहूं, आलू, महुआ को चट कर गये.
गुस्साये हाथियों के झुंड में से एक एक हाथी ने चंदन मांझी की पत्नी पार्वती देवी को पटक कर घायल कर दिया, तो दूसरा हाथी जैसे ही उस महिला को कुचलने की कोशिश की, वैसे ही मौके पर वन विभाग के अधिकारी और सिपाही आकर हाथियों को खदेड़ा डाला. तब जाकर पार्वती देवी की जान बची. घायल महिला को वन विभाग के अधिकारियों ने एंबुलेंस की व्यवस्था कर इलाज के लिए हजारीबाग भेज दिया. उक्त महिला की कमर टूट गयी है. इस घटना के बाद से ग्रामीण काफी डरे और सहमे हुए हैं.
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बड़कागांव वन क्षेत्र पदाधिकारी उदय चंद्र झा ने कहा कि दिन- प्रतिदिन जंगल की कटाई हो रही है. जिसके कारण जंगल में रह रहे जंगली जानवरों की अस्तित्व खतरे में है. जो जानवर बचे हुए हैं वो अब गांव की ओर रूख कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हाथियों के झुंड को अगर ग्रामीण छेड़ना बंद कर दे, तो हाथी किसी को नुकसान नहीं पहुंचायेगा. छेड़ने पर हाथी गुस्से में आकर घर और फसलों को बर्बाद करते हैं.
Posted By : Samir Ranjan.