पटना. स्टेट बैंक आम खाताधारक से लेकर कारोबारियों से गंदे और कटे-फटे नोट को स्वीकार नहीं कर रहा है और न ही बदल रहा है. इसके कारण आम खाताधारक से लेकर बड़े कारोबारियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
आये दिन खाते में पैसा जमा करने जा रहे कारोबारियों के रुपये को मेमो लगाकर वापस कर दिया जा रहा है. ऐसा ही मामला बेली रोड स्थित एक पेट्रोल पंप के अलावा अन्य कारोबारियों के साथ हुआ.
स्टेट बैंक की बीएसइबी ब्रांच और श्रम नियोजन शाखा के कर्मचारियों ने जरा से फटे हुए दो हजार रुपये और सौ रुपये के नोट को अस्वीकार कर दिया. इसके अलावा पांच सौ रुपये में गुलाबी रंग लगा होने पर और 50 रुपये के पुराने नोट को बैंक कर्मचारी ने स्वीकार नहीं किया. बैंक ने रिजर्व बैंक का हलावा देते हुए नोट अस्वीकार किया.
इस संबंध में रिजर्व बैंक के अधिकारियों का कहना है कि हर बैंक को खाताधारक के कटे-फटे और हल्के गंदे नोट को स्वीकार करना है. अगर ऐसा नहीं हो रहा है, तो यह गंभीर मामला है.
अधिकारियों के अनुसार बैंक शाखा में एक बोर्ड भी लगाना है कि यहां कटे-फटे नोट बदले जाते हैं, लेकिन अधिकांश बैंक शाखाओं में ऐसा बोर्ड देखने को नहीं मिला.
जब इस संबंध में स्टेट बैंक के एससीएबी विभाग से 0612- 2219107 पर कॉल किया गया, तो बताया कि नोट कटा-फटा हो, लेकिन नंबर सही होगा, तो वह नोट बैंक को स्वीकार करना है.
यह तो रिजर्व बैंक की गाइडलाइन है. इस संबंध में स्टेट बैंक के सहायक महाप्रबंधक (जनसंपर्क अधिकारी) दिनेश कुमार सिंह को मैसेज भेजकर बैंक का पक्ष जानना चाहा, लेकिन उन्होंने मैसेज का जवाब नहीं दिया.
Posted by Ashish Jha