India Nepal Border News : बिहार में मधुबनी जिले के लौकहा सीमा पर शुक्रवार की सुबह भारी तनाव और अफरा तफरी का माहौल कायम हो गया. सैकड़ों की संख्या में भारत व नेपाल के नागरिकों ने दोनों देशों के बीच बंद सीमा को तत्काल खोलने की मांग करनी शुरू कर दी. लोगों का हुजूम देखते हुए नेपाली सेना व एसएसबी के जवानों ने मोर्चा संभाला. बताया जा रहा है कि नेपाल सीमा पर केपी ओली के खिलाफ नारे भी लगाए गए.
हालांकि लोगों की परेशानी को देखते हुए भारतीय क्षेत्र से सीमा पर छूट दिया गया. पर इसके बाद भी नेपाली प्रहरी ने नेपाल से नागरिको के आने जाने पर पूरी तरह पाबंदी लगाये रखा. जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया. देर शाम तक दोनों देशों के नागरिक सीमा पर डटे रहे.
इलाज कराकर लौटे थे मरीज- जानकारी के अनुसार शनिवार की सुबह काफी संख्य में लोग सीमा पार करने के लिये विभिन्न वाहनों व पैदल पहुंचे. बताया जा रहा है कि इनमें से अधिकांश लोग मरीज व उनके परिजन थे. कुछ लोग नेपाल के थे जो भारतीय क्षेत्र के दिल्ली, पटना, दरभंगा या अन्य जगहों से इलाज कराकर वापस अपने घर नेपाल जाना चाहते थे. वहीं कई भारतीय लोग जो लहान से आंख दिखा कर वापस आये थे, वे भारत में आना चाहते थे.
भाईचारा आया काम- काफी देर तक दोनों देशों के लोगों ने नेपाली अधिकारीयों से बहुत अनुनय-विनय किया किन्तु जब वे टस से मस नहीं हुए तो सीमा के दोनों तरफ के नेपाली एवं भारतीय स्थानीय नागरीक सैंकड़ों की संख्या में एकत्र हो गए और दोनों देशों के लोगों को सीमा पार कराने लगे. नेपाली प्रहरी मूक दर्शक बनी रही.
नेपाली पीएम के विरोध में नारेबाजी- दोनों तरफ के लोगों मे नेपाल सरकार के विरूद्ध आक्रोश देखा गया. जब नेपाली प्रहरी ने आने की छूट नहीं दी तो आक्रोशित लोगों ने ओली मुर्दाबाद तथा नेपाली पुलिस मुदार्बाद के नारे लगाने शुरू कर दिये. लोगों का कहना था कि भारत से सैंकड़ों की संख्या में कारगो ट्रकों से नेपाली के पहाड़ी क्षेत्रों में सामान पहुंचाया जाता है और मधेशी क्षेत्र के लोगों को रोजमर्रे की सामानों को खरीदने के लिए रोक दिया गया है.
Posted By : Avinish kumar mishra