बिहार में बिजली बिल (Bihar Electricity Bill) का दर बढ़ेगा या नहीं, इसका फैसला मार्च में आ सकता है. बिजली कंपनी के टैरिफ पिटिशन पर 26 फरवरी से चार मार्च 2021 तक बिहार विद्युत विनियामक आयोग (Bihar Electricity Regulatory Commission) जन सुनवायी (Public hearing) करेगा.
कंपनी के तथ्यों सहित सुझाव और आपत्ति देने वालों को सुनने के बाद आयोग इस पर अपना निर्णय 20 मार्च तक दे सकता है. इस निर्णय के आधार पर उपभोक्ताओं के लिए जो बिजली दर तय होगा वह एक अप्रैल 2021 से 31 मार्च 2022 तक प्रभावी रहेगा. हालांकि बिजली कंपनी ने इस बार बिजली दर में 10 से 20 फीसदी बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया है. पिछले दो साल से बिजली दर में बढ़ोतरी नहीं हुई है.
बिहार विद्युत विनियामक आयोग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार आम लोग बिजली कंपनी के टैरिफ पिटिशन पर सलाह या आपत्ति 22 फरवरी तक आयोग को भेज सकते हैं. यह सलाह या आपत्ति आयोग के कार्यालय में स्वयं से पहुंच कर या रजिस्टर्ड पोस्ट से भेजा जा सकता है.
आवेदन भेजने का पता है- सचिव, बिहार विद्युत विनियामक आयोग, ग्राउंड फ्लोर, विद्युत भवन-2, जवाहर लाल नेहरू मार्ग पटना-800021 को भेज सकते हैं. इसके अलावा यह सुझाव या आपत्ति एसबीपीडीसीएल या एनबीपीडीसीएल के चीफ इंजीनियर कॉमर्शियल को भी भेजा जा सकता है.
बिजली कंपनी के टैरिफ पिटिशन पर पहली जन सुनवायी एसबीपीडीसीएल के तहत गया के कलेक्टरेट हॉल में 26 फरवरी को सुबह 11 बजे से सुनवायी होगी. इसके बाद दो मार्च को एनबीपीडीसीएल के पिटिशन पर मुजफ्फरपुर कलेक्ट्रेट स्थित मीटिंग हॉल में सुबह 11 बजे से जन सुनवाई होगी.
तीन मार्च को एसएलडीसी, बीएसपीटीसीएल और बीजीसीएल के टैरिफ पिटिशन पर पटना के विद्युत भवन स्थित आयोग के कोर्ट रूम में सुनवाई होगी. वहीं एसबीपीडीसीएल और एनबीपीडीसीएल के पिटिशन पर पटना में चार मार्च को विद्युत भवन-2 स्थित आयोग के कोर्ट रूम में सुबह 11 बजे से सुनवाई होगी.
Posted By; Utpal kant