india justice report, Lowest Share of Women Judges in Jharkhand, रांची न्यूज़: अधीनस्थ अदालतों में तेलंगाना में महिला जजों की हिस्सेदारी सबसे अधिक (46.2%), जबकि झारखंड में सबसे कम (12.1%) है. छोटे राज्यों की बात करें, तो गोवा में अधीनस्थ न्यायालयों में महिला जजों की हिस्सेदारी सबसे अधिक 72% और मेघालय में 50% है. वहीं, अगस्त 2020 तक पांच राज्यों के हाइकोर्ट में एक भी महिला जज नहीं थी.
‘इंडियन जस्टिस रिपोर्ट’ के मुताबिक, हाइकोर्ट में महिला जजों की हिस्सेदारी औसतन 11% से बढ़ कर 13% हो गयी, जबकि अधीनस्थ अदालतों में यह 28% से बढ़ कर 30% हो गयी. रिपोर्ट के अनुसार, दो वर्ष की अवधि में 12 हाइकोर्ट और 27 अधीनस्थ अदालतों में महिला जजों की हिस्सेदारी में कुछ सुधार हुआ है. इसका मतलब यह है कि अधीनस्थ अदालतों में तीन जजों में से एक महिला है और हाइकोर्ट में नौ जजों में से एक महिला है.
हाइकोर्ट में लैंगिक विविधता की दृष्टि से सबसे बड़ा सुधार जम्मू-कश्मीर में (15% अंक) के साथ हुआ है, छत्तीसगढ़ में (14% अंक) और हिमाचल में (11% अंक) के साथ हुआ है. ‘द टाटा ट्रस्ट’ की रिपोर्ट के अनुसार 6.3% अंकों की सबसे बड़ी गिरावट बिहार में हुई. अगस्त, 2020 तक हाइकोर्ट में कोई महिला जज नहीं थी. रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2018 से, मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा और उत्तराखंड के हाइकोर्ट में भी कोई महिला जज नहीं हैं.
Posted By : Sameer Oraon