human trafficking latest news jharkhand, human trafficking updates in jharkhand, रांची : पुलिस ने गुरुवार को राजधानी स्थित बिरसा मुंडा एयरपोर्ट परिसर से खूंटी की रहनेवाली सात लड़कियों को रेस्क्यू किया है. काम दिलाने के नाम पर इन्हें फ्लाइट से दिल्ली ले जाने की तैयारी थी. ह्यूमन टैफिकिंग (मानव तस्करी) के संदेह में पुलिस ने खूंटी के मुरहू थाना क्षेत्र की रहनेवाली पूनम बारला और दो लोगों को हिरासत में लिया है. साथ ही इस मामले में अन्य लोगों की संलिप्तता की जानकारी जुटायी जा रही है. पुलिस के अनुसार, सभी लड़कियां बालिग हैं. इसकी पुष्टि के लिए सभी के आधार कार्ड और शैक्षणिक प्रमाण पत्र से जानकारी इकट्ठा की जा रही है.
संभवत: झारखंड में यह पहला मामला है, जिसमें लड़कियों को काम दिलाने के नाम पर फ्लाइट के जरिये दूसरे राज्य में ले जाया जा रहा था. शुरुआती जांच के बाद हिरासत में ले गयी पूनम बारला ने पुलिस को सफाई दी कि वह किसी तरह से भी लड़कियों की मानव तस्करी में शामिल नहीं है. ये लड़कियां काम करने और पैसा कमाने के लिए दिल्ली जाना चाहती थीं. वह केवल उन्हें दिल्ली पहुंचाने में सहयोग कर रही थी. खूंटी पुलिस के सहयोग से रांची पुलिस यह पता लगा रही है कि पूर्व में हुई मानव तस्करी की किसी घटना में उक्त महिला का नाम सामने आया है या नहीं.
खूंटी एसपी आशुतोष शेखर और रांची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा को सूचना मिली थी कि खूंटी की एक महिला दिल्ली स्थित ‘पूनम प्लेसमेंट एजेंसी’ की मांग पर सात लड़कियों को दिल्ली लेकर जा रही है. सभी का टिकट भी बन चुका है. इसके बाद एसएसपी ने कार्रवाई के लिए हटिया एएसपी विनीत कुमार और एयरपोर्ट थाना प्रभारी रमेश गिरि के नेतृत्व में टीम गठित की. टीम ने एयरपोर्ट पर तलाशी शुरू की, तो पूनम बारला लड़कियों को साथ लेकर एयरपोर्ट परिसर में बैठी हुई मिली.
सातों लड़कियों को रेस्क्यू करने और तीन लोगों को हिरासत में लेने के बाद रांची पुलिस ने सभी को कोतवाली एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को सौंप दिया. इसके बाद सभी लड़कियों को सीडब्ल्यूसी के सामने प्रस्तुत किया था. शुक्रवार को सभी की कोरोना जांच की जायेगी. इसके बाद उनका बयान लिया जायेगा. मानव तस्करी की बात सामने आने पर पुलिस केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई करेगी. फिलहाल सभी लड़कियों को सुरक्षा के दृष्टिकोण से चाइल्ड लाइन भेज दिया गया है.
Posted By : Sameer Oraon