मानपुर . कृषि विज्ञान केंद्र के फसल वैज्ञानिक डॉ अशोक कुमार का मानना है कि विश्व में फैली कोरोना जैसी घातक महामारी से कल कारखाने व सड़कों पर दौड़ रहे वाहनों की रफ्तार थम गयी थी. इससे ग्लोबिंग वार्मिंग व वातावरण में फैले एयर पॉल्यूशन का घनत्व कम गया.
प्रकृति मौसम के अनुकूल व मानव के संरक्षक साबित हो रहे हैं. इसका असर है कि वर्षा ऋतु में पर्याप्त वर्षा का असर शरद ऋतु पर भी देखने को मिल रही है. यह किसानों के लिए रबी फसल के लिए लाभकारी है.
डॉ अशोक ने बताया कि पिछले कई दिनों से लगातार ठंड का प्रकोप के साथ शीतलहर जारी है, जो गेहूं फसल के लिए काफी लाभदायक है. इससे उत्पादन कर गहरा प्रभाव पड़ेगा.
इधर, जिले में तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है. ठंड का प्रकोप बढ़ा है और इसका असर लोगों में सर्दी, खांसी व जुकाम के रूप में देखा जा रहा है.
कोरोना संक्रमण काल में सर्दी व जुकाम से परहेज करना भी बेहद जरूरी है. बढ़ती ठंड के साथ गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल व उनकी जीवनशैली में आवश्यक बदलाव किया जाना जरूरी है.
मगध मेडिकल के डॉ एनके पासवान ने बताया कि सर्दी के मौसम में बुजुर्ग, बच्चे व गर्भवती महिलाओं को विशेष सतर्क रहने की जरूरत होती है.
Posted by Ashish Jha