कोरोना वैक्सीन लगाने के बाद तेलंगाना में एक महिला की मौत हो गयी. तेलंगाना के वारंगल में 19 जनवरी को इस महिला स्वास्थ्यकर्मी को वैक्सीन दिया गया था. वैक्सीन लेने के बाद पांच दिनों बाद महिला की मौत हुई. महिला की मौत के बाद इस मामले में डिस्ट्रिक्ट एडवर्स इफेक्ट ऑफ्टर वैक्सीनेशन (AEFI) कमिटी जांच कर रही है. इस मामले में पूरी जांच के बाद कमेटी अपनी रिपोर्ट सौपेंगी.
अबतक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि महिला की मौत किस वजह से हुई है. महिला को पहले स्वास्थ्य संबंधी किस तरह की परेशानाी थी इसकी जानकारी भी सार्वजनिक नहीं की गयी है. जांच के बाद इस महिला की मौत के कारण का पता चलेगा. आपको बता दें कि कोरोना वैक्सीन प्राथमिकता के आधार पर पहले स्वास्थ्यकर्मियों को दिया जा रहा है. इसी कड़ी में इस महिला को वैक्सीन दिया गया था.
स्वास्थ्य मंत्रालय अब कोरोना वैक्सीन के लिए सात और राज्य में अगले सप्ताह से वैक्सीनेशन का कार्यक्रम शुरू करेगा. ड्रग्स कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया (डीसीजीआई) ने इस महीने की शुरुआत में भारत के सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड कोविड-19 टीके ‘कोविशील्ड’ और भारत बायोटेक के स्वदेशी तौर पर विकसित ‘कोवैक्सीन’ को देश में सीमित आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी थी जिससे एक बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान का मार्ग प्रशस्त हो गया था .
Also Read: देश के इन इलाकों में पड़ेगी कड़ाके की ठंड
तेलंगाना में कोरोना वायरस संक्रमण के 197 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 2.93 लाख हो गई जबकि एक और मरीज की मौत के बाद राज्य में महामारी से जान गंवाने वालों का आंकड़ा बढ़कर 1589 पर पहुंच गया. प्रदेश सरकार ने रविवार को यह जानकारी दी .
सरकार ने एक बुलेटिन में बताया कि ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएसएमसी) में संक्रमण के सबसे ज्यादा 32 मामले सामने आए उसके बाद करीमनगर में 13, मेडचल मलकाजगिरी और रंगारेड्डी में 12-12 मामले सामने आए.
Also Read: राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर साधा निशाना कहा, पांच – छह कारोबारियों के लिए देश चला रहे हैं
ये आंकड़े 23 जनवरी रात आठ बजे तक के हैं. प्रदेश में नए मामलों के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,93,253 हो गई जबकि अब तक यहां कुल 2,88,275 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. बुलेटिन के मुताबिक प्रदेश में 3,389 मरीज उपचाराधीन हैं और शनिवार को 29,560 नमूनों की जांच की गई थी. प्रदेश में अब तक कुल 76.62 लाख नमूनों की जांच की जा चुकी है