पटना. इंडिगो एयरलाइंस के पटना एयरपोर्ट के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह हत्याकांड में टेंडर विवाद की तह तक पहुंचने के लिए सीतामढ़ी, गोपालगंज, सारण व वैशाली जिले में जांच के लिए विशेष टीम गयी है.
इन चारों जिलों में जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से टेंडर के संबंध में जानकारी ली गयी. दूसरी ओर, पार्किंग विवाद को लेकर एक बार फिर से एसआइटी ने संबंधित लोगों से पूछताछ की. लेकिन हत्या से संबंधित कोई विशेष जानकारी नहीं मिली है.
इधर, सूत्रों का कहना है कि पुलिस के समक्ष हत्या से जुड़ा एक और कारण सामने आया है और उस पर भी छानबीन की जा रही है. इस संबंध में डीआरआइ के एक केस से संबंधित भी जानकारी ली जायेगी. उक्त केस पटना एयरपोर्ट से जुड़ा हुआ है.
सूत्रों का कहना है कि लाइनर की शंका होने पर पुनाईचक से उठाये गये अपराधी से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है और उससे काफी अहम जानकारी हाथ लगी है.
उसकी निशानदेही पर पुलिस ने राजीव नगर, राजा बाजार व मीठापुर से चार को पूछताछ के लिए उठाया है. पुलिस इस मामले में अब घटना का उद्भेदन कभी भी कर सकती है.
रूपेश सिंह के मोबाइल फोन से भी एसआइटी को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं. सूत्रों का कहना है कि एसआइटी को कॉल डिटेल से ही जांच को दिशा मिली है.
इसमें एक कॉल ऐसा भी है, जिस पर रूपेश सिंह की काफी देर तक बात होती थी. हालांकि एसआइटी पूरा सत्यापन करने के बाद ही पूरे केस को खोलने का मूड बना चुकी है.
टेंडर में हुए विवाद की पूरी जानकारी लेने के लिए रेंज आइजी संजय सिंह ने दो विशेष टीमों का गठन कर दिया है. यह टीम एसआइटी से अलग है. इन दोनों टीमों में शामिल पुलिस पदाधिकारियों को केवल टेंडर को लेकर जांच करनी है.
अभी तक जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार रूपेश सिंह के परिजनों को सात टेंडर वैशाली, सारण, गोपालगंज व सीतामढ़ी जिले में मिले थे. इसकी पूरी तरह छानबीन करने के लिए टीम संबंधित जगहों पर पहुंच चुकी है और जांच जारी है.
Posted by Ashish Jha