गुमला : साइबर क्रिमनल (अपराधी) कोरोना वैक्सिन उपलब्ध कराने के नाम पर आपके अकाउंट को खाली कर सकते हैं. साइबर क्रिमनल फर्जी पोर्टल बनाकर कोरोना वैक्सीन का होम डिलिवरी का लालच आपको दे सकते हैं. साथ ही आपको विश्वास में लेकर आपके गोपनीय दस्तावेज हासिल कर सकते हैं. इसलिए गुमला जिला पुलिस की साइबर सेल ने राज्यवासियों से सर्तक रहने की अपील की है. पुलिस ने लोगों से अपील की है कि ऐसे साइबर क्रिमनल से सावधान रहने की जरूरत है.
ताकि कोरोना वैक्सिन के नाम पर ठगी करनेवालों से आम पब्लिक बच सकें. गुमला के पुलिस अधीक्षक हृदीप पी जनार्दन ने कहा है कि सोशल मीडिया में भी भ्रामक व अफवाह भरी जानकारी फैलायी जा रही है. ऐसे अफवाहों से भी बचने की जरूरत है. कोरोना वैक्सीन की जो भी जानकारी है. वह सरकारी स्तर से ही जारी किया जायेगा.
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साइबर सेल ने संभावना जतायी है कि साइबर क्रिमनल इन दिनों लोगों को कोरोना वैक्सिन उपलब्ध कराने के नाम पर तरह-तरह से ठग सकते हैं. इस कारण लोगों से जागरूक रहते हुए सतर्क रहने की अपील की गयी है. साइबर सेल ने संभावना जतायी है कि साइबर क्रिमनल लोगों को फोन या मैसेज भेजकर खुद को सरकारी एजेंसी का कर्मचारी बता कर ठगी कर सकते हैं.
साइबर क्रिमनल प्राथमिकता के आधार पर कोरोना वैक्सीन देने का विश्वास दिलाकर आपकी गोपनीय दस्तावेज जैसे आधार कार्ड या बैंक खाते का विवरण या एकाउंट ट्रांसफर कराकर ठगी की जा सकती है. वैक्सिन के नाम पर लूट व ठगी से बचने के लिए पब्लिक सतर्क रहें
इतना ही नहीं, साइबर क्रिमनल फर्जी पोर्टल बना कर कोरोना वैक्सीन का होम डिलिवरी देने की बात बताकर आपको झांसे में ले सकते हैं. डोम डिलिवरी के लिए साइबर क्रिमनल द्वारा कैश बैक या डिस्काउंट का ऑफर देकर ठगी की जा सकती है. इसके अलावा वैक्सिन उपलब्ध कराने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के नाम पर फर्जी कस्टमर केयर नंबर सोशल साइट के सर्च इंजन में डाल कर ठगी किया जा सकता है. साथ ही सोशल मीडिया में कोरोना वैक्सीन का गलत प्रभाव का वीडियो या मैसेज डालकर समाज में गलत धारणा भी फैलायी जा सकती है.
गुमला पुलिस की साइबर सेल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना वैक्सिन की जानकारी केवल सरकारी वेबसाइट एवं सरकारी मोबाइल एप में ही दिये गये हैं. प्राथमिकता के आधार पर कोरोना वैक्सिन प्रदान करने का कॉल या मैसेज प्राप्त होने पर उसपर आप अपना कोई भी गोपनीय दस्तावेज एवं राशि नहीं भेजें. साथ ही वैक्सीन संबंधित किसी प्रकार के लिंक को क्लिक करने से बचें. इसके अलावा बिना जांच किये किसी प्रकार के सोशल मीडिया प्लेटफार्म या डिजिटल विज्ञापन के थम्बनेल्स पर कभी क्लिक ना करें. वहीं, प्रमाणित वेबसाइट अथवा समाचार एजेंसी के द्वारा प्रसारित किये जा रहे कोरोना वैक्सीन से संबंधित जानकारी को ही प्रमाणित मानें.
Posted By : Sameer Oraon