पटना. इंडिगो के एयरपोर्ट मैनेजर रूपेश कुमार सिंह हत्याकांड के छह दिन गुजरने के बावजूद पुलिस के हाथ खाली हैं. पुलिस अब हर सूचना के पीछे दौड़ रही है.
छह दिन गुजरने के बाद भी अभी तक हत्या की वजह का पता नहीं चल पाया है. जैसे-जैसे जांच और पूछताछ होती जा रही है, वैसे-वैसे हत्याकांड रहस्यमय होता जा रहा है.
एसआइटी में 60 से अधिक पुलिस पदाधिकारी और जवान हर सूचना की जांच में जुटे हैं और 200 से अधिक लोगों से पूछताछ हो चुकी है.
एक दर्जन से अधिक डंप कॉल निकाला गया : पुलिस मामले में 50 से अधिक मोबाइल नंबर डिटेल खंगाल चुकी है.
डंप डाटा के जरिए एक दर्जन संदिग्ध मोबाइल नंबर का कॉल डिटेल निकालने के बाद सत्यापन भी किया जा चुका है.
एसएसपी, तीनों सिटी एसपी और दो डीएसपी अलग टीम का नेतृत्व कर रहे है. एसआइटी में पटना पुलिस के साथ सीआइडी, एसटीएफ, डायल 100 की टीम भी शामिल है. 60 पुलिस पदाधिकारियों के साथ कई जवानों की टीम भी बनायी है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार एसआइटी और एसटीएफ ने रविवार की देर फिर विभिन्न थानों के इलाकों में छापेमारी की. छापेमारी पांच संदिग्धों को हिरासत में भी लिया गया है और पूछताछ भी की जा रही है.
सूत्रों के हवाले से यह पता चला कि उठाये गये आभूषण व्यापारी के यहां से रूपेश से सबसे करीब रहे एक अधिकारी ने गहने खरीदे थे. इसके पीछे की वजह के बारे में पुलिस ने पूछताछ की है.
एयरलाइंस मैनेजर रूपेश कुमार की हत्याकांड के बाद पुलिस को मिले दो मोबाइल फोन व आइपॉड हाथ लगी थी.
आइपॉड में ऐसी-ऐसी संपर्क सूत्र और राज है कि पुलिस देखते ही बहुत कुछ समझ गयी है. जिस दुकान से रूपेश ने शर्ट खरीदी उस दुकानदार से पुलिस ने पूछताछ की है.
एक आभूषण दुकानदार से भी पूछताछ की बात सामने आयी है. रुपेश की जिस प्रशासनिक अधिकारी से नजदीकी थी, उन्होंने इस आभूषण कारोबारी से गहने खरीदे थे. पुलिस इन तमाम बिंदुओं पर जांच कर रही है और कई लोगों से पूछताछ कर रही है.
Posted by Ashish Jha