कोलकाता : आयकर विभाग ने पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में फाइनेंसिंग, ऑटो मोबाइल और रियल इस्टेट से जुड़े एक व्यावसायिक घराने पर बड़ी कार्रवाई की है. कोलकाता स्थित उनके ठिकानों पर दो दिन में हुई छापेमारी के दौरान 450 करोड़ रुपये काला धन का पता लगाया है.
छापामारी के दौरान आयकर विभाग ने डेढ़ करोड़ रुपये से ज्यादा नकदी बरामद की है. साथ ही उक्त व्यावसायिक समूह ने 105 करोड़ रुपये की अघोषित आय की बात भी स्वीकार की है.
सूत्रों के अनुसार, यह मामला आयकर विभाग के विभागीय डेटाबेस में उपलब्ध आंकड़ों और उन आंकड़ों के आधार पर की गयी प्रारंभिक जांच के दौरान वित्तीय विवरणों के विश्लेषण समूह के बारे में बाजार से एकत्र की गयी खुफिया जानकारियों के आधार पर सामने आया.
इस बाबत कुछ लोगों से पूछताछ भी की गयी और उनसे मिली सूचना के आधार पर इस व्यावसायिक समूह के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. आयकर विभाग को सूचना मिली थी कि यह समूह तमाम नियम-कानूनों को ताक पर रखकर बड़े पैमाने पर आयकर की हेरा-फेरी कर रहा है.
साथ ही आयकर में गड़बड़ी के लिए फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिये जाने की भी जानकारी आयकर विभाग को मिली थी. इसी जानकारी के बाद जांच की गयी, तो पाया गया कि इस मामले में कई शेल कंपनियों का भी सहारा लिया गया है.
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केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने बताया कि आयकर विभाग ने कोलकाता स्थित कुछ संस्थानों पर छापे मारकर 450 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित आय पकड़ी है. ये संस्थान होटल से लेकर फलों के थोक व्यापार तक विभिन्न कारोबारी गतिविधियों में शामिल हैं.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि छापे 13 जनवरी को मारे गये और इस दौरान विभाग ने 1.58 करोड़ रुपये की नकदी भी पकड़ी. बयान में कहा गया कि तलाशी और जब्ती अभियान के दौरान अघोषित नकदी, बिक्री दस्तावेजों में हेराफेरी और फर्जी खर्च के दावों का पता चला.
Posted By : Mithilesh Jha
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