Ormanjhi Murder Case Update, Ormanjhi Murder Case latest news रांची : ओरमांझी में सूफिया हत्याकांड में गिरफ्तार मुख्य आरोपी शेख बेलाल से एसआइटी ने कड़ी पूछताछ की. हत्याकांड में अपनी संलिप्तता की बात को स्वीकारते हुए बेलाल ने कई खुलासे किया. उसने कहा कि आर्म्स एक्ट में जेल से बाहर आने के बाद से ही वह सूफिया को सबक सिखाने में जुट गया था. काफी खोजबीन के बाद उसे पता चला कि सूफिया खूंटी जिले के कर्रा थाना क्षेत्र के लोधमा में रह रही थी.
वह एक दिन बाइक से लोधमा गया और फिर से नयी जिंदगी शुरू करने का झांसा देकर सूफिया को रांची ले आया. रांची आने के बाद बेलाल ने सूफिया को कहा कि हमदोनों के रास्ते में एक शख्स है. पहले उसे सबक सिखाते हैं, फिर चंदवे स्थित घर चलेंगे. इसके बाद सूफिया को बाइक पर बिठा कर बेलाल ओरमांझी गया. जबकि दूसरी बाइक से पहली पत्नी शब्बो खातून और उसका सहयोगी घटनास्थल की ओर रवाना हुए.
पूछताछ में बेलाल ने बताया कि ओरमांझी में सुनसान स्थान पर पहुंचने के उसने बाइक रोकी. कुछ देर में ही दूसरे बाइक से शब्बो खातून व बेलाल का सहयोगी भी पहुंच गये. चारों तालाब के किनारे बैठ कर बात करने लगे. इस दौरान उसके सहयोगी ने सूफिया के हाथ व पहली पत्नी ने दोनों पैर को कस कर पकड़ा और बेलाल ने गला घोंट कर सूफिया की हत्या कर दी. हत्या के बाद सूफिया के चेहरे पर शब्बो ने दाउली से किये सात वार
गला घोंट कर हत्या करने के बाद बेलाल को यह अंदेशा हुआ कि वह पकड़ा जा सकता है, इसलिए उसने सूफिया का गला काटने का निर्णय लिया. इससे पहले बेलाल के हाथ से दाउली लेकर शब्बो खातून ने सूफिया के चेहरे पर सात वार किये. वहीं, सूफिया के बदन से सारे कपड़े उतारे गये और पास में ही तालाब के किनारे ले जाकर कपड़े में आग लगा दी. फिर बेलाल ने सूफिया का गला काटा और पॉलिथीन में पैक किया. उसे बैग में भर कर बाइक से चंदवे स्थित अपने खेत में ले गया. वहां पर बेटे से घर से सबल मंगवाया. फिर गड्ढा खोद कर सिर को नमक के साथ जमीन में गड्ढा खोद कर गाड़ दिया.
नयी जिंदगी शुरू करने का झांसा देकर सूफिया को कर्रा थाना क्षेत्र के लोधमा से रांची लेकर आया बेलाल
रांची आने के बाद उसे बहला कर बाइक से ओरमांझी ले गया
बेलाल की पहली पत्नी और उसका सहयोगी भी बाइक से ओरमांझी आये
तालाब के किनारे चारों बैठ कर बात कर रहे थे, इसी दौरान हत्या कर दी
हत्या के बाद सूफिया के बदन से कपड़े उतारे गये और तालाब के किनारे ले जाकर जला दिया
सूफिया ने पहली पत्नी को छोड़ने को कहा था मना करने पर जेल भेजने की दी थी धमकी,
पूछताछ में बेलाल ने कहा कि आर्म्स एक्ट के केस में जेल भिजवाने के बाद से वह सूफिया से नाराज था. इस केस में बेल कराने पर उसके काफी पैसे खर्च हो गये थे. सूफिया ने भी उसे बेल कराने में सहयोग किया था. वहीं, पिठोरिया थाना में दर्ज केस को उठाने का सूफिया ने आश्वासन भी दिया था. लेकिन जमानत पर बाहर निकलने के बाद जब बेलाल ने सूफिया से केस उठाने को कहा, तब उसने कहा कि तुम पहली पत्नी को छोड़ दो.
जब बेलाल ने कहा कि यह संभव नहीं है, तो सूफिया आक्रोशित हो गयी. उसने बेलाल को फिर से लंबे समय के लिए जेल भिजवाने की धमकी दी. बेलाल को इस बात की आशंका थी कि सूफिया उसे फिर से किसी केस में फंसा कर जेल भेज सकती है, जिसके कारण पूरा परिवार बर्बाद हो जायेगा. तब उसने पहली पत्नी शब्बो खातून के साथ मिल कर सूफिया को अपने रास्ते से हटाने की योजना तैयार की.
सूफिया की हत्या के बाद शेेख बेलाल, लोधमा में अपनी बहन के घर में रह रहा था़ तब तक उसे लग रहा था कि अभी पुलिस उस तक नहीं पहुंच पायेगी़ ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि सदर थाना क्षेत्र के चेशायर होम रोड की महिला ने सिर कटी लाश को अपनी पुत्री होने का दावा किया था. लेकिन, पुलिस ने सात जनवरी को उसकी बेटी को खोज निकाला था. उसके बाद यह साफ हो गया था कि ओरमांझी से बरामद सिर कटी लाश किसी और की है़
आठ जनवरी को बेलाल को अखबार के माध्यम से जब उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की सक्रियता की जानकारी मिली, तो वह कहीं अौर भागने के लिए घर से निकला़ सबसे पहले ओरमांझी में अपने कुछ रिश्तेदारों के पास पहुंचा़ अधिकतर रिश्तेदारों ने उसकी क्रूरता तथा पुलिस के डर के कारण उसे शरण देने से इंकार कर दिया. नौ जनवरी को वह लोधमा स्थित अपनी बहन के घर पहुंचा़ वहां बहन के घर रहा.
बाद में वह सिकिदरी के लोटवा, खुदिया स्थित पहली पत्नी शब्बो के मायके पहुंचा और वहां रुक गया़ इधर, 12 जनवरी को बेलाल की पहली पत्नी और पुत्र ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया़ फिर सूफिया का सिर भी बरामद हो जाने पर उसे यह आभास हो गया कि अब पुलिस उसे पकड़ लेगी. तब 14 जनवरी को वह ऑटो पर सवार होकर राज्य के बाहर दिल्ली या कोलकाता भागने के लिए निकला. लेकिन पुलिस को इसकी जानकारी मिल गयी तथा एसआइटी ने उसे सिकिदिरी के कुटे में पकड़ लिया.
ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि बेलाल ने सूफिया से कहा था कि वह पहली पत्नी शब्बो काे तलाक नहीं दे सकता, क्याेंकि उसके बच्चे भी हैं. उसने सूफिया से पहली पत्नी की हत्या करने की बात कही और ओरमांझी ले गया. सूफिया ने कहा कि लोधमा की तरफ इतना जंगल है, तो उतना दूर जाने का क्या मतलब. इस पर बेलाल ने उसे समझाया था कि इधर उग्रवादी और माओवादी का खतरा है.
ओरमांझी जंगल मेरा देखा हुआ है, वहां कोई नहीं आता-जाता़ इसलिए वहीं ले जाकर सुनसान जगह में उसे मार देंगे. उसके बाद तीनों लोधमा से ओरमांझी आये. यहां पहली पत्नी के साथ मिल कर शेख बेलाल ने सूफिया की ही हत्या कर दी.
सूफिया की हत्या के बाद रिश्तेदारों के यहां शरण लेने पहुंचा था बेलाल
किसी ने उसे शरण नहीं दी, सबने भगा दिया
पुलिस से बचने के लिए दिल्ली या कोलकाता भागने की थी योजना
बेलाल पकड़ा गया है, अब डीएनए जांच की रिपोर्ट बहुत मायने नहीं रखती
तीन जनवरी को ओरमांझी से बरामद सूफिया परवीन के सिर कटी लाश व 11 जनवरी को चान्हो निवासी माता-पिता का डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल लिया गया. दोनों सैंपल मैच कर गया़ पुलिस को इसकी रिपोर्ट मिल गयी. अब 13 जनवरी को सिर के पोस्टमार्टम के बाद लिया गया डीएनए सैंपल का रिपोर्ट भी शीघ्र पुलिस को मिल जायेगा. ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि घटना का मुख्य आरोपी शेख बेलाल पकड़ा गया है, तो अब डीएनए जांच की रिपोर्ट बहुत मायने नहीं रखती है.
Posted By : Sameer Oraon