लोहरदगा : जिले में मकर संक्रांति को लेकर लोगों में उत्साह देखा जा रहा है. इसको लेकर लोगों ने अच्छी तरीके से तैयारी की है. बाजार में तिलकुट की दुकानें सजी हैं. पहले जहां लोहरदगा शहर में इक्का-दुक्का तिलकुट की दुकानें लगती थी, वहीं अब शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण इलाकों में भी तिलकुट की दुकानें सज गयी है. बाजार में कई तरह के तिलकुट उपलब्ध हैं.
इनमें खोआ तिलकुट 300 रुपये प्रति किलो, खस्ता तिलकुट 240 रुपये प्रति किलो, सामान्य तिलकुट 220 रुपये प्रति किलो, तिल का लड्डू 240 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है. तिलकुट दुकान के संचालक प्रमोद कुमार का कहना है कि पहले तिलकुट की उतनी खपत नहीं थी, लेकिन अब अधिक दुकानें खुल गयी है, तो तिलकुट की मांग भी बढ़ गयी है.
मकर संक्रांति पर लोग विभिन्न जलाशयो में स्नान ध्यान कर पूजा-अर्चना करेंगे. भक्सो कोयल नदी के तट पर छोटा मेला लगता है. लोग अहले सुबह ही पहुंचते है और स्नान कर परिवार के साथ पिकनिक मनाते हैं.
मकर संक्रांति पर सेन्हा थाना अंतर्गत चितरी गांव में कोयल नदी के किनारे प्रतिवर्ष लगने वाला मेला इस वर्ष आयोजित नहीं होगा. इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी अरविंद कुमार लाल द्वारा अंचल अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी व थाना प्रभारी सेन्हा को पत्र जारी किया गया है.
साथ ही इस संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार ध्वनि विस्तारक यंत्र के साथ-साथ प्रखंड के क्षेत्रीय कर्मियों तथा जन सेवक, पंचायत सेवक, राजस्व कर्मचारी, अमीन, चौकीदारों के माध्यम से गांव-गांव में कराने का निर्देश दिया गया है, ताकि मेला स्थल पर लोग एकत्रित नहीं हों. मालूम हो कि चितरी मेला लोहरदगा ही नहीं आसपास के क्षेत्रों में भी प्रसिद्ध है. लोगों को यहां का मनोरम दृश्य आकर्षित करता है. नदी में स्नान कर लोग पूजा-अर्चना कर पूरे परिवार व मित्रों के साथ पिकनिक मनाते थे.
Posted By : Sameer Oraon