साइबर अपराध को लेकर नये – नये मामले सामने आ रहे हैं. ताजा मामला मधुबनी जिले के रहने वाले एक युवक का है. उसने एक एप के माध्यम से 3500 का लोन लिया और उसे छह लाख चुकाने पड़े. परेशान युवक के परिजनों ने आर्थिक अपराध इकाई में केस दर्ज करवाया है. इओयू के इस्पेक्टर ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गयी है.
जानकारी के अनुसार मधुबनी के रहने वाला राजू कुमार दिल्ली में रहकर ही जॉब करता था. लॉकडाउन के कुछ दिन पहले ही उसकी जॉब लगी थी. कोरोना की वजह से कंपनी द्वारा समय पर पैसे नहीं मिलने पर उसने एक लोन एप ओके कैश के माध्यम से 3500 का लोन लिया था. जिसके बाद वह इस जाल में फंसता चला गया और पिछले छह महीने में कई लोन एप के माध्यम से लोन लेने के बाद उसे करीब छह लाख चुकाने पड़े.
ओके कैश लोन के माध्यम से 3500 का लोन लिया गया. इसके बदले ओके कैश ने 1500 प्रोसेसिंग फीस चार्ज किया और उनके खाते में केवल 2000 डाले. जिसे उसे सात दिनों के अंदर पूरा 3500 चुकाना था. उसे लगा कि सैलरी दो-चार दिन में मिलने वाली है तो उनके पैसे हम चुका देंगे. लेकिन, तय समय पर वह राशि लौटा नहीं पाया. इसके बाद एक के बाद एक जुर्माना लगाकर छह लाख तक की वसूली की गयी. उसे लगातार झांसा भी दिया जाता रहा.
Posted By :Thakur Shaktilochan