पटना. प्रदेश से पश्चिमी विक्षोभ रूठा हुआ है. यही वजह है कि नमी युक्त पुरवैया हवा की चपेट में पूरा बिहार फंसा हुआ है. आगामी 24 घंटे तक कमोबेश यही स्थिति रहने के आसार हैं. हालात ऐसे हैं कि प्रदेश का औसत तापमान सामान्य से पांच से आठ डिग्री अधिक है.
हालांकि आइएमडी का आकलन है कि आठ जनवरी से रात के तापमान में चार डिग्री तक गिरावट आ सकती है. मकर संक्रांति के दौरान शीत दिवस व शीत लहर चलने की आशंका भी जतायी है.
विशेषज्ञों के मुताबिक मानव स्वास्थ्य और खेती के लिहाज से यह मौसम नुकसानदायक होगा. आइएमडी से मिली जानकारी के मुताबिक नमी युक्त पुरवैया की वजह से पूरे प्रदेश में रात और दिन का तापमान अप्रत्याशित तौर पर बढ़ा है.
मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात को प्रदेश के ऊपर अधिक ऊंचाई तक बादल छा गये थे. रात का तापमान सामान्य मध्य और दक्षिणी बिहार में सामान्य से करीब दो गुना अधिक हो गया.
पटना में न्यूनतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री अधिक 16.9 और गया का भी न्यूनतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री अधिक 16.6 डिग्री दर्ज किया गया.
पूर्णिया में सामान्य से 7 डिग्री अधिक 15.9 और भागलपुर में न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री अधिक 16.9 डिग्री दर्ज किया गया.
पटना का अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री अधिक 27.8 डिग्री अधिक रहा. वहीं गया का तापमान सामान्य से करीब ढाई डिग्री अधिक 24.8, भागलपुर और पूर्णिया का अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक क्रमश: 26.3 और 26.1 डिग्री अधिक रहा.
डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ ए सत्तार ने बताया कि अगर रात और दिन का तापमान इसी तरह कुछ दिन और चला तो गेहूं,चना और मसूर की खेती पर असर पड़ सकता है. फूल आने में कठिनाई पैदा हो सकती है. सिंचाई की जरूरत बढ़ सकती है.
पिछली रात को प्रदेश के ऊपर छाये घने बादलों से रात का तापमान बढ़ा. पुरवैया हवा नमी युक्त है. इसलिए तापमान तेजी से बढ़ा है. हालांकि आठ तारीख से मौसम में बदलाव आ जायेगा. रात के तापमान में काफी गिरावट आ जायेगी. विवेक सिन्हा, निदेशक, आइएमडी पटना
Posted by Ashish Jha